स्वास्थ्य व्यवस्था की खुली पोल: निगवानी अस्पताल में गेट पर कराहती रही प्रसूता, स्टाफ ने देरी से पहुंचकर अनूपपुर किया रेफर

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अनूपपुर38 मिनट पहले
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र निगवानी अस्पताल में स्टाफ की लापरवाही सामने आई थी। यहां पर प्रसव पीड़ा से राधा जयसवाल (25) कराहती रही, लेकिन समय पर डॉक्टर उपलब्ध नहीं हो सके थे। स्थानीय लोगों ने स्टाफ नर्स को बुलाकर लाए तब जाकर उसे अनूपपुर रेफर किया था।
प्रसव पीड़ा होने के बाद राधा जयसवाल के पति चिंतामणि जायसवाल पहले तो 108 वाहन को फोन किए, लेकिन इन्हें वाहन उपलब्ध नहीं हुआ। वह निगवानी से 20 किलोमीटर दूर जरराटोला से साइकिल से पत्नी को निगवानी स्वास्थ्य केंद्र ला रहे थे। इसी दौरान आधे रास्ते से एंबुलेंस की मदद से निगवानी अस्पताल लाया गया। यह घटना 26 अक्टूबर सुबह 9:30 बजे की बताई जा रही है। इस दौरान अस्पताल पर कोई भी कर्मचारी व डॉक्टर उपलब्ध नहीं था। गेट पर ही प्रसूता तड़पती रही। काफी देर बाद स्टाफ नर्स पहुंची और जांच के बाद अनूपपुर रेफर कर दिया था।
नोटिस देकर मांगा जवाब
डॉक्टर विकास पांडे ने बताया कि महिला के पेट में 7 माह का बच्चा था। महिला की स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर किया है। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस संबंध में कोतमा बीएमओ केएल दीवान ने कहा कि वीडियो के संबंध में जांच कराकर दोषी पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इसके बाद इस पूरे मामले पर अस्पताल प्रबंधक जागा और एक नोटिस देते हुए अस्पताल स्टाफ से जवाब मांगा है।

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