बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य पहुंची धार: स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण किया, बच्चों को जागरूक करने का किया प्रयास

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धार8 घंटे पहले

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मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य सोनम निनामा शुक्रवार को दोपहर धार पहुंची। इस दौरान घोड़ा चौपाटी स्थित उत्कृष्ट विद्यालय का आकस्मिक रूप से अवलोकन किया। यहां बच्चों से चर्चा करते हुए कहा कि बच्चों को अपने अधिकार के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है। चाइल्ड लाइन 1098 नंबर के माध्यम से बच्चों को तत्काल ही मदद मिलती है। वे अपनी बात आयोग तक भी रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि यहां के बच्चों का अनुशासन तारीफे काबिल है। मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य निनामा अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को दोपहर 1 बजे धार पहुंची। उन्होंने महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी सुभाष जैन सहित अन्य अधिकारियों से चर्चा की। इसके बाद सदस्य निनामा उत्कृष्ट विद्यालय पहुंची। विद्यालय की प्राचार्य अमिता वाजपेई सहित स्टाफ ने सदस्य का स्वागत किया। साथ ही विद्यालय द्वारा संचालित कंप्यूटर लैब से लेकर व्यावसायिक पाठ्यक्रम की गतिविधियों का अवलोकन करवाया।

आयोग करता निगरानी

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को संबोधित करते हुए निनामा ने कहा मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग बच्चों के हित में कार्य करता है। बच्चों की शिक्षा उनकी सेहत और उनकी देखरेख संबंधित विषय पर आयोग व्यापक रूप से निगरानी रखता है। आयोग के संज्ञान में कहीं भी बाल अधिकार के हनन संबंधी मामले आते हैं तो उन पर संबंधितों से जवाब लेकर कार्रवाई भी करता है। उन्होंने कहा कि धार के उत्कृष्ट विद्यालय में आकर मुझे अच्छा लगा। यहां के बच्चे अनुशासित है। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर बाल कल्याण समिति भी गठित है। उनके सदस्यों से भी आप बच्चे संपर्क में रह सकते हैं। इधर इस मौके पर बाल कल्याण समिति के सदस्य पंकज जैन सहित संदीप कुमार कानूनगो एवं मिताली प्रधान मौजूद रही।

आंगनबाड़ी का किया अवलोकन

कार्यक्रम के दौरान बच्चों को संबोधित करते हुए पंकज जैन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा बाल अधिकार को लेकर जो शुरुआत की गई थी, तब से लेकर अब तक बच्चों के हित में विभिन्न संस्थाएं काम कर रहीं है। इसमें आयोग की महत्वपूर्ण भूमिका है। बाल कल्याण समिति के माध्यम से भी बच्चों की सुनवाई की जाती है। खासकर कोविड-19 दौर में बच्चों के प्रति संवेदनशीलता के साथ समिति ने कार्य किया है। आभार विद्यालय की प्राचार्य अमिता बाजपेई ने माना। इसके बाद आयोग की सदस्य ने शहर में संचालित आंगनवाड़ी का अवलोकन किया। वहां पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका से चर्चा की। साथ ही आदिम जाति कल्याण विभाग के माध्यम से संचालित छात्रावास का भी अवलोकन किया।

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