मन्दसौर में मंदिर की जमीन हुई अतिक्रमण मुक्त: तीन भागों में 100 बीघा जमीन पर हो गया था कब्जा, प्रशासन ने हटाया

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मंदसौर22 मिनट पहले
मंदसौर जिला प्रशासन की टीम ने आज कार्रवाई करते हुए राम जानकी मंदिर कि करीब 100 बीघा जमीन को मुक्त करवाया है। अतिक्रमण मुक्त करवाई गई जमीन की कीमत करीब 300 करोड़ रुपए बताई गई है।
तहसीलदार मुकेश सोनी ने बताया कि शहर के राम जानकी मंदिर की बेशकीमती जमीन है। जिसका सर्वे नंबर 1177-78, 79 और 80 है। कुल जमीन 1.610 हैक्टेर है। मंदिर पुजारी के द्वारा इस जमीन को अन्य व्यक्तियों को अनुबंध कर लीज पर दे दिया गया था जो नियम विरुद्ध था। इसे साथ ही जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर वर्ष 2020 में एक परिवाद भी दायर किया गया था।
करीब डेढ़ साल बाद बीते 28 नवंबर को एसडीएम बिहारी सिंह ने मामले में फैसला सुनाते हुए मंदिर की जमीन को प्रशासन के अधीनस्थ करने के आदेश दिए थे। फैसले में स्पष्ट है कि मंदिर के पुजारी नरेंद्र दास बैरागी और उसके रिश्तेदार सतीश बैरागी ने मिलकर मंदिर की भूमि को अवैधानिक रूप से लीज पर दे दी।

मामले में प्रशासन ने मंदिर पुजारी नरेंद्र दास बैरागी को पुजारी पद से पहले ही हटा दिया था। जमीन पर विष्णु पिता नानूराम खींची और प्रकाश पिता सत्यनारायण माली ने कब्जा किया था । वही एक अन्य भूमि पर जगदीश पिता रामलाल भाट ने कब्जा किया था। इस भूमि पर रेवंत सिंह शेखावत नाम का शख्स अनुबंध कर खेती कर रहा था।
आज जिला प्रशासन की टीम में मंदिर जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाया तहसीलदार सोनी ने बताया कि अब यह जमीन शासन के अधीन है और अब शासन द्वारा ही इसे अनुबंध कर लीज पर दिया जाएगा ताकि इससे मंदिर का रख रखाव किया जा सके।
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