मौसम साफ होते ही धान कटाई के में जुटे किसान: हफ्ते भर के भीतर किसानों ने करीब 70 हजार हेक्टेयर में की कटाई

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बालाघाट32 मिनट पहले
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मौसम साफ होते ही जिलेभर के किसान हल्की प्रजाति की धान फसल की कटाई के साथ ही गहाई के काम में जुट गए हैं। जानकारी के अनुसार हफ्ते भर के भीतर करीब 70 हजार हेक्टेयर में कटाई का काम अब तक पूर्ण कर लिया। जिले में इस खरीफ सीजन में 2 लाख 70 हजार हेक्टेयर में धान फसल का रकबा है। जिसमें से 1.10 लाख हेक्टेयर में हल्की प्रजाति की धान फसल लगी है। 40 हजार हेक्टेयर में लगी फसल की कटाई का काम भी हफ्ते भर के भीतर पूर्ण होने की संभावना है। जबकि 1 लाख 60 हजार हेक्टेयर में लगी वजनी प्रजाति की फसल की कटाई का काम नवंबर महीने के पहले एवं द्वितीय हफ्ते से ही शुरू किए जाने की बात किसान कह रहे हैं। हालाकि किसानों द्वारा युद्धस्तर पर की जा रही फसलों की कटाई को लेकर समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। हालांकि, नवंबर महीने के मध्य एवं अंतिम हफ्ते में समर्थन मूल्य पर सोसाइटी के जरिए खरीदी शुरू होने की संभावनाएं बनी हुईं हैं।
मौसम की बेरूखी से हुआ विलंब
मौसम की बेरूखी एवं बे-मौसम बारिश की वजह से इस साल धान कटाई एवं गहाई के काम में विलंब होने की बात किसान कह रहे हैं। जानकारी के अनुसार हर साल दीपोत्सव पर बाजार में नई फसल की आवक शुरू हो जाती थी। लेकिन बारिश की वजह से व्यवधान उत्पन्न हुआ है। हफ्ते भर से मौसम साफ होने और दिनभर धूप खिलने के बाद किसानों द्वारा युद्धस्तर पर कटाई एवं गहाई का काम किया जा रहा है।

खेतों में खलिहान बनाकर तैयार कर रहे खराई
किसानों द्वारा फसलों की कटाई कर खेतों में ही खलिहान बनाकर खराई तैयार की जा रही है। जिला मुख्यालय से लगे ग्राम नैतरा, लिंगा, बगदरा, कोसमी, चिखला, चिचगांव समेत आसपास के किसानों का कहना रहा कि फसल की कटाई कर खरई तैयार की जा रही है। ताकि समय-बे समय यदि बारिश होते है तो पानी का रिसाव खरई में न हो सके। मौसम अनुकूल रहते ही उनके द्वारा गहाई का काम किया जाएगा।
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