रीवा में कृषि विभाग के दावे खोखले: किसानों को नहीं मिल रही डीएपी खाद, पुरुष कर रहे खेत व घर की रखवाली, महिलाएं 24 घंटे पहले लगा लेती है लाइन

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रीवा43 मिनट पहले
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रीवा जिले में रबी फसल की बुवाई से पहले डीएपी खाद की किल्लत बढ़ गई है। आलम है कि करहिया कृषि उपज मंडी स्थित विपणन कार्यालय में हर दिन 400 से 500 किसानों की भीड़-उमड़ रही है। फिर भी कृषि विभाग खाद नहीं उपलब्ध करा पा रहा है। कई दिनों से मंडी के चक्कर काट रहे किसानों ने बताया कि हम लोग खेत व घर की रखवाली करते है। जबकि महिलाएं 24 घंटे पहले ही मंडी में आकर लाइन लगा लेती है।
आप के जिलाध्यक्ष प्रमोद शर्मा ने आरोप लगाते हुए बताया कि रीवा जिले के किसान परेशान है। किसी को समय पर खाद नहीं मिल रही है। हर दिन सैकड़ों किसान मंडी कार्यालय में खाद लेने आ रहे है। फिर भी गिने चुने लोगों को मिल रही है। कई महिलाएं मंडी में रात पर ही आकर लाइन लगा ली थी। फिर भी शुक्रवार को खाद नहीं मिली है।

करहिया कृषि उपज मंडी में लगी लाइन
धांधली का आरोप
किसान रवि मिश्रा ने बताया कि मैं शुक्रवार की सुबह पांच बजे लाइन में आकर लग गया। शाम तक लगा रहा। फिर भी खाद नहीं मिली। जबकि हमारे पीछे आए लोग खाद लेकर चले गए। हालांकि दिखावे के लिए टोकन मिला था। लेकिन टोकन के हिसाब से खाद नहीं दी जा रही है। जिम्मेदार धांधली कर अपने अपने लोगों को खाद दे रहे है।
100 मीटर से ज्यादा लगी थी लंबी लाइन
किसान सुभ्रांशु द्विवेदी ने बताया कि शुक्रवार को करहिया मंडी में 100 से 200 मीटर लंबी लाइन लगी थी। जिसमे किसान पुरुष से लेकर 30 फीसदी महिलाएं थी। कई लोग बिना खाना-पीना खाए दिन गुजार दिए। फिर भी 80 फीसदी लोग निराश होकर लौट गए है। वहीं जिनको खाद जरूरी है। वह रात में पड़ाव कर रहे है।
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