Garba pandal में पहले फर्जी कार्ड दिखाकर घुसे अंदर फिर बनाने लगे वीडियो, पुलिस ने पांच युवकों को भेजा जेल
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने आदेश दिया था कि गरबा पांडाल (Garba pandal) में प्रवेश के समय सभी के आईडी कार्ड (ID cards) की जांच की जाए. ऐसे में मध्य प्रदेश के सभी बड़े और छोटे गरबा आयोजको ने दुर्गा पांडालों में हर एक शख्स को उसकी पहचान के आधार पर प्रवेश देना शुरू कर दिया है. वहीं इस बीच मध्य प्रदेश के इंदौर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसके बाद अब कई सवाल उठाने लगे है. मिली जानकारी के मुताबिक इंदौर के पंढरीनाथ थाना क्षेत्र में आयोजित किए जा रहे गरबा आयोजन के एक गरबा पांडाल में 5 मुस्लिम लड़कों के गलत आईडी के आधार पर घुसने पर पंढरीनाथ पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है.
एक दिन पहले बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कुछ लोगों को गरबे का वीडियो बनाने पर उनका विरोध किया था. उस दौरान जब उनकी पहचान पूछी गई गई तो उन्होंने बजरंग दल कार्यकर्ताओं को गलत जानकारी दी थी. वहीं कुछ युवकों ने बिना आईडी कार्ड या फर्जी आईडी कार्ड के आधार पर प्रवेश किया था. इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने गिरफ्त में आये युवकों पर धारा 151 के तहत की कार्रवाई की. जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है.
इधर, इस मामले के सामने आने के बाद मध्य प्रदेश की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि दोषियों को दंडित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि लव ज़िहाद राष्ट्र के लिए एक बड़ी मुसीबत था, इसलिए उस पर कानून बनाना पड़ा. इसी बात पर सम्पूर्ण समाज को जागृत करने के लिए निर्णय लेना पड़ा कि किसी भी गरबा पांडाल में बिना किसी पहचान पत्र के किसी को प्रवेश ना मिले. जिसको भी आना है वो अपनी आईडी साथ मे लेकर आए और वो पहचान छिपाकर न आए.
मंत्री ने कहा आये परिवार के साथ
वही मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि दूसरे लोग भी आना चाहे तो वो अपनी पत्नी, मां या बेटी को साथ लेकर आए. इसके अलावा उन्होंने पंढरीनाथ थाना क्षेत्र मामले पर कहा कि सभी लोग दंडित होंगे. फिलहाल, इंदौर सहित समूचे प्रदेश में गरबा पांडालों में गृहमंत्री के निर्देश के बाद एतियाहत के तौर पर हर एक की आईडी की जांच की जा रही है, क्योंकि कुछ भी अप्रिय घटना हुई तो जिम्मेदारी आयोजको की होगी.