Chhattisgarh

Chhattisgarh : हाथ में संविधान और गुलाब; नक्सलियों का सबसे बड़ा सरेंडर, लाल आतंक का टूटा ख्वाब

रायपुर, 17 अक्टूबर । नक्सलवाद का अंत अब बेहद नजदीक दिख रहा है। ताबड़तोड़ एनकाउंटर से खौफ में आए नक्सली ‘लाल आतंक’ को छोड़कर अब लाल गुलाब और संविधान की कॉपी हाथ में लेकर अहिंसा की कसमें खा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में आज शुक्रवार को 208 नक्सलियों ने एक साथ हथियार छोड़ मुख्यधारा में प्रवेश किया।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह देश का सबसे बड़ा नक्सल सरेंडर है।

दशकों से देश की सबसे बड़ी समस्याओं में से ‘नक्सलवाद’ को मार्च 2026 तक पूरी तरह खत्म करने का लक्ष्य केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने तय किया है। पिछले कुछ महीनों में सैकड़ों नक्सली या तो मारे गए हैं या फिर उन्होंने खुद ही बंदूक छोड़ने का ऐलान कर दिया। इसी कड़ी में 208 नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए मुख्यधारा में लौटने का ऐलान किया। 153 घातक हथियारों को जमीन पर रखकर नक्सलियों ने हाथ में संविधान और गुलाब लेकर शांति की शपथ ली।

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