Chhattisgarh

CG BREAKING : लू से बचने क्या करें और क्या न करें के संबंध में दिशा निर्देश जारी….

बेमेतरा 15 मार्च I वर्तमान ग्रीष्म ऋतु में मार्च से जून के दौरान भीषण गर्मी पड़ने एवं लू चलने की संभावना है। गर्मी के कारण जन सामान्य प्रभावित होती है। लू लगने का प्रमुख कारण तेज धूप और गर्मी में ज्यादा देर तक रहने के कारण शरीर में पानी और खनिज मुख्यतः नमक की कमी हो जाना होता है। उक्त परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए जनसामान्य को लू से बचने क्या करें और क्या न करें के संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिशा निर्देश जारी की गई।

लू से बचने के उपायः-बहुत अनिवार्य न हो तो घर से बाहर ना निकले, अधिक समय तक धूप में ना रहे, धूप में निकलने से पहले सर व कानो को कपड़े से अच्छी तरह से बांध लेवे, पानी अधिक मात्रा में पिये, गर्मी के दौरान नरम, मुलायम सूची के कपड़े पहनने चाहिए ताकि हवा और कपड़े पसीने सोखते रहे, अधिक पसीना आने की स्थिति में ओआरएस का घोल पीये, चक्कर आने एवं मितली आने पर छाया-दार स्थान पर आराम करे तथा शीतल पेयजल अथवा, उपलब्ध हो तो फल का रस, लस्सी मट्ठा आदि का सेवन करे। प्रारंभिक सलाह के लिए आरोग्य न. 104 पर निःशुल्क परामर्श लेवें। उल्टी, सिर दर्द, तेज बुखार की दशा में निकट के शासकीय अस्पताल में संपर्क कर निःशुल्क ईलाज करावे।

लू लगने पर किया जाने वाला प्रारंभिक उपचार-बुखार पीड़ित व्यक्ति के सर पर ठंडे पानी की पट्टी लगावे, अधिक पानी व पेय पदार्थ पिलावे जैसे कच्चे आम का पना, जलजीरा आदि। पीड़ित व्यक्ति को पंखे के नीचे हवा में लेटावे, शरीर पर ठंडे पानी का छिड़काव करते रहे, पीड़ित व्यक्ति को शीघ्र नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य संस्था में ईलाज करावें। मितानीन/एएनएम. से ओआरएस की पैकेट हेतु संपर्क करें।

लू के लक्षण-सिर में भारीपन और दर्द का अनुभव होना, तेज बुखार के साथ मुंह सूखना, चक्कर व उल्टी आना, शरीर में कमजोरी के साथ दर्द, शरीर का तापमान अधिक होने पर भी पसीना का ना आना, अधिक प्यास लगना और पेशाब कम लगना, भूख कम लगना, बेहोशी आना।

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