सूर्य ग्रहण खत्म होते ही स्नान के लिए उमड़े श्रद्धालु: महेश्वर में देर शाम तक चलता रहा नर्मदा में स्नान क्रम

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महेश्वरएक घंटा पहले
मंगलवार को शाम 4:00 बजे बाद से लगे सूर्य ग्रहण का दौर शाम 6:22 पर समाप्त हुआ, इसके बाद श्रद्धालुओं ने पतित पावनी मां नर्मदा नदी में स्नान कर पुण्य लाभ लिया। इसके पहले सूर्य ग्रहण का सुबह 4:30 बजे से ही सूतक काल लगने के कारण मंदिरों के पट बंद हो गए थे। वही कुछ मंदिरों के आगे पर्दे भी लगा दिए गए थे। साथ ही नगर में अनेक प्रतिष्ठान भी सूर्य ग्रहण के कारण व्यापारियों द्वारा बंद रखे गए। मंगलवार शाम को सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद शाम 6:30 बजे से नर्मदा घाट पर श्रद्धालुओं के आने का क्रम शुरू हो गया था जो देर रात्रि तक चलता रहेगा। 5000 से अधिक श्रद्धालुओं ने नर्मदा नदी में स्नान का पूर्ण लाभ लिया।
नगर में सूर्य ग्रहण का सूतक काल समाप्त होने के बाद मंदिरों के पट खोले गए, जहां श्रद्धालुओं ने देव दर्शन कर पुण्य लाभ भी लिया। नगर सहित आसपास व दूर दराज से आए श्रद्धालुओं ने पतित पावनी मां नर्मदा नदी में स्नान करने के साथ ही नर्मदा घाट पर बैठे साधु संत परिक्रमा वासियों को अन्न दान वस्त्र दान और दक्षिणा भी दी।
सूर्य ग्रहण के बाद स्नान करने के दौर को देखते हुए स्थानीय प्रशासन द्वारा सुबह से ही व्यापक इंतजाम किए गए थे। नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि गजराज यादव ने नर्मदा घाट पर विशेष रूप से साफ सफाई के साथ नर्मदा नदी में वहकर आने वाले कचरे की साफ-सफाई नगर परिषद के सफाई कर्मियों से करवाई। इसके साथ ही मंगलवार शाम को श्रद्धालुओं की भीड़ आने की स्थिति को देखते हुए नगर परिषद के गोताखोरों को देर रात्रि तक नर्मदा घाट क्षेत्र में ही तैनात रहने के निर्देश भी अध्यक्ष प्रतिनिधि यादव द्वारा दिए गए थे। वही थाना प्रभारी पंकज तिवारी द्वारा नर्मदा घाट क्षेत्र एवं नर्मदा मार्ग पर वाहनों को प्रतिबंधित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी लगाया गया।


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