चचेरे भाई-बहनों को मारे ताबड़तोड़ चाकू: बच्चों को बचाने हमलावरों से भिड़े पिता

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ग्वालियर4 घंटे पहले

युवक ने उसके दोस्त के साथ मिलकर चाचा और चचेरे भाई-बहनों पर चाकू से हमला कर दिया। चाकू के वार के बाद उसके भाई-बहन चीख रहे थे। बेटा और बेटियों को बचाने में पिता भी हमलावरों से भिड़ गए। जिसमें वो भी जख्मी हो गए।

घटना ग्वालियर में विंडसर हिल में रविवार सुबह करीब 4 बजे की है। रविंद्र कुमार वर्मा रायरू में स्टेशन मास्टर है। उसका भतीजा अपने दोस्त के साथ उनके फ्लैट पर आया था। आधी रात उसने अपने चचेरे भाई-बहनों पर हमला बोल दिया। चीख-पुकार सुनकर पिता कमरे में पहुंचे। बेटा और बेटियों की हालत देखकर उन्हें बचाने का प्रयास किया।

इस दौरान आरोपियों ने उनको भी चाकू मार दिया। इसके बाद वे भी हमलावरों से भिड़ गए। शोर सुनकर पड़ोसी पहुंचे। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। हमले में आरोपियों समेत 6 लोग घायल हुए हैं। स्टेशन मास्टर पिता से सुनिए हमले की पूरी कहानी… उन्हीं की जुबानी…

बेटे की नींद खुली तो आरोपी के हाथ में दिखे चाकू
रविंद्र कुमार वर्मा ने बताया- मेरे परिवार में दो बेटी पारुल, निकिता और बेटा रोहित है। बड़ी बेटी पारूल भिंड में मेडिकल ऑफिसर हैं। शनिवार रात करीब 12.30 बज रहे थे। घर पर भतीजा सोनू उर्फ सुमित वर्मा अपने दोस्त निखिल गुप्ता के साथ हमारे घर आया था। सोनू अक्सर हमारे घर पर आता-जाता था। रात में मैंने सोनू और निखिल को एक कमरे में सुलाया था।

रात करीब दो बजे जब बेटे रोहित की नींद खुली तो सोनू और निखिल बैठे हुए थे। इसके बाद वह अपने कमरे में सो गया। सुबह करीब चार बजे जब बेटे की आहट पर नींद खुली तो उसने देखा कि निखिल और सोनू उनके बिस्तरों पर खड़े थे। उनके हाथ में चाकू थे। चाकू देखते ही उसने उठने की कोशिश की तो आरोपियों ने उस पर और बड़ी बहन पारूल पर चाकुओं से हमला कर दिया। आवाज सुनकर पास ही सो रही बेटी निकिता ने उन्हें बचाने की कोशिश की। हमलावरों ने उसे भी चाकू मारकर धक्का दे दिया। वह गिरकर बेहोश हो गई।

घायल भतीजा और उसका दोस्त

घायल भतीजा और उसका दोस्त

बच्चों को बचाने मैं भी भिड़ गया
चाकुओं के वार से घायल बेटी पारूल और बेटे रोहित ने शोर मचाया। मैं दूसरे कमरे में सो रहा था। शोर सुनकर मैं बाहर आया तो मैंने देखा कि सोनू घायल रोहित और बेटी पारूल का गला घोंट रहा था। मैंने बच्चों को छुड़ाने का प्रयास किया। आरोपी उन्हें नहीं छोड़ रहे थे। मैं किचन में पहुंचा। मैंने वहां से बेलन लाकर उनपर हमला बोल दिया। आरोपी टस से मस नहीं हो रहे थे। इसी दौरान उनका चाकू मेरे हाथ में आ गया। बच्चों को बचाने के लिए मैंने हमलावरों के पैरों में चाकू मारे। इसी बीच शोर सुनकर आस-पास के पड़ोसी व गार्ड भी वहां पर आ गए। उन्होंने पुलिस को सूचना दी।

दो दिन पहले मांगे थे पैसे
रेलवे स्टेशन मास्टर ने आगे बताया कि सोनू उनके भाई का बेटा है और नोएडा में रहता है। अक्सर मैं उनकी मदद करते रहता हूं। दो दिन पहले भी सोनू ने मुझसे बीस हजार रुपए मांगे थे, लेकिन पैसे थे नहीं, क्योंकि एक दिन पहले ही सोनू के पिता को मैंने बीस हजार रुपए भेजे थे। संभवत: इससे वह नाराज था और बदला लेने के लिए घटना को अंजाम दिया है।

पूरे परिवार को मार डालते
स्टेशन मास्टर का कहना है कि आरोपियों के मंसूबे काफी खतरनाक थे, क्योंकि उसे मालूम था कि अमूमन वे रात 12 से 1 के बीच सोते है और सुबह थोड़ा लेट जागते है। सुबह चार बजे के समय पूरा परिवार गहरी नींद में रहता है। अगर रोहित की नींद नहीं खुलती तो वह पूरे परिवार को सोते में मार डालता।

भतीजा पैसे नहीं मिलने पर था नाराज
सिरोल थाना प्रभारी गजेन्द्र धाकड़ ने बताया कि भतीजे ने दोस्त के साथ चाचा के परिवार पर हमला किया था। जिसमें आरोपी व पीड़ित परिवार घायल हुआ है। घायलों को उपचार के लिए भेजकर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। आरोपी सोनू ने बताया कि एक माह पहले वह अपनी पत्नी को डिलीवरी कराने के लिए लाया था। इस दौरान रोहित ने उसे परेशान किया था, इससे वह नाराज था और हमला किया है।

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