लोकेशन की मदद से पकड़े गए चोर: अंतर राज्यीय गैंग से 4.50 लाख के 15 फोन जब्त, मेले में चुराते थे लोगों के महंगे मोबाइल

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Ratlam
  • 15 Phones Worth 4.50 Lakh Seized From Inter state Gang, Used To Steal Expensive Mobiles Of People In The Fair

रतलामएक घंटा पहले

  • कॉपी लिंक

रेलवे की महिलाकर्मी के पति का आई फोन चोरी हुआ तो उसने अपने मोबाइल से पति के मोबाइल की लोकेशन ट्रैक की और मेलों में घुसकर महंगे मोबाइल चुराने व लूटने वाली गैंग को पकड़वा दिया। चारों आरोपियों को जीआरपी रतलाम ने जयपुर-मुंबई सेंट्रेल के एसी कोच से रतलाम रेलवे स्टेशन पर उतारा और गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। चारों से पूछताछ के लिए दो दिन का रिमांड मिला है।

रेलवे के जयपुर कार्यालय की ओएस संगीता जांगीड़ के पति आनंद निवासी जयपुर का 6 अक्टूबर को आई फोन जयपुर के मानसरोवर दशहरा मेले में चोरी हो गया था। संगीता ने खुद अपने मोबाइल से पति का मोबाइल ट्रैक किया तो गुरुवार सुबह मोबाइल की लोकेशन जयपुर के एक होटल की मिली। दंपती होटल पहुंचे तब तक आरोपी वहां से चेक आउट कर गए। देर शाम को मोबाइल की लोकेशन जयपुर-मुंबई सेंट्रेल ट्रेन में मिली।

इस पर उन्होंने जीआरपी-आरपीएफ को सूचना दी तो गुरुवार रात 9.30 बजे चारों आरोपियों को रतलाम रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार किया। चारों एसी कोच में सफर कर रहे थे। जीआरपी थाना टीआई लोकेंद्रसिंह ने बताया कि उनके बैग में से 15 मोबाइल जब्त किए, जिनकी कीमत करीब 4.50 लाख रुपए है। उन्होंने ये मोबाइल जयपुर के मेले से चुराना, लूटना और छीनना कबूल किया।

मोबाइल चोरी कर मुंबई के चोर बाजार में बेचते थे
लुटेरों के सरगना मुनीर कपाड़िया ने बताया कि मैं हमेशा गैंग लेकर ट्रेन के एसी कोच में ही चलता हूं। गैंग में हर बार तीन से चार नए लोग रहते हैं। मेलों की भीड़ में हमारा निशाना महंगे मोबाइल ही रहते हैं। किसी का ध्यान नहीं रहता तो मोबाइल चुरा लेते हैं और मौका मिलता है तो छीनकर भाग जाते हैं। मेलों में हम में से एक मोबाइल लूटकर भागता है और आगे जाकर दूसरे को दे देता वहीं दो लोग मौके पर रहकर नजर रखते हैं कि जिससे मोबाइल लूटा वो क्या कर रहा है। बाद में हम मोबाइल आपस में बांट लेते हैं।

उनकी सिम निकालकर उन्हें मुंबई में डोंगरी स्थित चोर बाजार में आधी कीमत में अरशद नामक व्यक्ति को बेच देते। आरोपियों की गिरफ्तारी में जीआरपी थाना टीआई लोकेंद्रसिंह, एएसआई संतोष, आरक्षक वीर भूपेंद्र,लवेंद्र व आरपीएफ के एसआई बीएम बैरवा, एएसआई राजवीरसिंह का सहयोग रहा।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button