नेशनल यूथ एथलेक्टिस में खिलाड़ियों का डोप टेस्ट: दिल्ली से भोपाल पहुंची डोप टीम ने सैंपल लिए; मना करने पर पॉजिटिव होने जैसी कार्रवाई

[ad_1]
भोपाल42 मिनट पहले
टीटी नगर स्टेडियम में खिलाड़ियों को डोप टेस्ट और उसकी जानकारी दी गई।
भोपाल में आयोजित 17वें नेशनल यूथ एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के तीसरे दिन दिल्ली से नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) की टीम पहुंची। दिल्ली और मध्यप्रदेश के अफसरों ने खिलाड़ियों के सैँपल लिए। सील बंद सैंपल दिल्ली भेज दिए गए। हालांकि टीम ने यह खुलासा नहीं किया कि कितने खिलाड़ियों के सैंपल लिए गए हैं।
डीसीओ डोपिंग कंट्रोल अफसर मनोज कुमार ने बताया कि नेशनल प्रतियोगिताओं में डोप टेस्ट किए जाते हैं। भोपाल में भी हुई यूथ चैंपियनशिप में डोप टेस्ट के सैंपल लिए गए हैं। यह गोपनीय होते हैं। इस कारण किसी भी खिलाड़ी का नाम लिया जा सकता। सोमवार को टेस्ट के साथ ही खिलाड़ियों को डोप टेस्ट के नियम और अन्य जानकारी दी गई। उद्देश्य सिर्फ इतना है कि खिलाड़ी इसे लेकर जागरुक हो सकें, ताकि वह इन परिस्थितियों में न फसें। अगर खिलाड़ी सैंपल देने से मना कर देता है, तो उसके खिलाफ भी पॉजिटिव आने वाले खिलाड़ी की तरह की कार्रवाई की जाती है, इसलिए खिलाड़ी को सैंपल देना अनिवार्य होता है।
डेाप टेस्ट देने से इनकार नहीं किया जा सकता
कोई भी खिलाड़ी डोप टेस्ट से इनकार नहीं कर सकता। एथलीट को डोप नियंत्रण टीम के साथ सहयोग करना चाहिए। तुरंत डोप नमूने प्रस्तुत करने चाहिए। नमूना देने से मना करने पर डोपिंग रोधी नियमों का उल्लंघन हो सकता है। डोप टेस्ट खिलाड़ी के घर पर लिया जा सकता है। ऐसे में समय देने के बाद अगर खिलाड़ी निश्चित समय पर घर नहीं मिलता है, तो उस पर भी पॉजिटिव आने वालों जैसी कार्रवाई तक हो सकती है। एथलीट को नमूना इकट्ठा करने के समय डोपिंग नियंत्रण प्रपत्र में हाल ही में ली गई दवाओं/ अनुपूरकों के नाम घोषित करने चाहिए।
नाडा-वाडा की वेबसाइट पर प्रतिबंधित दवाओं की सूची
- यह सूची प्रतिस्पर्धा में और उससे बाहर दोनों एथलीटों के लिए लागू है। वाडा इस सूची को वार्षिक रूप से अद्यतन करता है। नवीनतम अंश वाडा और नाडा की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
- किसी दवा, आहार अथवा अन्य पदार्थ अथवा पद्धति का गैर जिम्मेदार प्रयोग सर्वोत्तम प्रदर्शन से वंचित कर सकता है।
इस तरह टेस्ट करा सकते हैं
यदि आप अंतर्राष्ट्रीय अथवा राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करते हैं, तो आप किसी भी समय, कहीं भी आईएफ, नाढा अथवा मुख्य इवेंट आयोजन समिति से परीक्षण करवा सकते हैं। विशिष्ट रूप से प्रशिक्षित और प्रत्यायित डोपिंग नियंत्रण व्यक्ति सारे परीक्षण करते हैं।
किसी का कहीं भी सैंपल लिया जा सकता है
- प्रतिस्पर्धा में आपका ऐच्छिक रूप से, फिनिशिंग स्थान पर अथवा किसी विशिष्ट कारण दिखने के कारण चयन किया जा सकता है।
- प्रतिस्पर्धा से बाहर आपका किसी भी समय, कहीं भी और बिना किसी अग्रिम सूचना के परीक्षण किया जा सकता।
- यदि आप अव्यस्क अथवा किसी विशिष्ट निःशक्त एथलीट हैं, तो आपके सैंपल लेने की प्रक्रिया में आंशिक संशोधन की आवश्यकता हो सकती है। आप इन संशोधनों के बारे में परीक्षण के समय डोपिंग नियंत्रण अधिकारी के साथ पूछ सकते हैं।
खिलाड़ियों को यह बताया गया
- प्रदर्शन बढ़ाने वाली दवाओं (पीईडी) एनाबोलिक स्टेरॉइड्स और अन्य संबद्ध दवाओं का प्रयोग प्रतिबंधित है। खिलाड़ी को इसका ध्यान में रखना चाहिए।
- एथलीट को नाड़ा के डोपिंग रोधी नियमों (एडीआर) का पता होना चाहिए। उसे वाडा के कोड का पालन करना चाहिए।
- एथलीट वाडा / नाडा की वेबसाइट www.wada-ama.org अथवा www.nada.nic.in पर दिए गए नवीनतम प्रतिबंधित पदार्थों और पद्धतियों के बारे में पता कर सकता है।
- एथलीट के पास वाडा की प्रतिबंधित सूची में से कोई पदार्थ नहीं होना चाहिए।
यह खिलाड़ी ले सकते हैं दवाई
- किसी इलाज, जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ वाली दवाओं की जरूरत हो, के मामले में थिरेप्टिक उपयोग परीक्षण (टीयूई) के लिए आवेदन करें।
- राष्ट्र स्तरीय एथलीट अथवा राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाले एथलीट नाडा, दिल्ली कार्यालय को टीयूई के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर के एथलीट अथवा अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाले एथलीट संबंधित अंतर्राष्ट्रीय परिसंघ अथवा इवेंट आयोजक को टीयूई के लिए आवेदन कर सकते हैं।
Source link