अनूठा प्रदर्शन: टोल पर ढोल बजाकर विरोध, कर्मचारियों को पहनाई फूलमाला

[ad_1]
रतलामएक घंटा पहले
- कॉपी लिंक

ढोल बजाकर टोल का विरोध करते टोल क्षेत्र के आसपास के ग्रामीण।
रोड का निर्माण किए बगैर रतलाम-झाबुआ रोड पर टोल शुरू करने से आसपास के गांव के लोगों में नाराजगी है। आसपास के गांवों के लोग रविवार को टोल पर पहुंचे और अनूठे तरीके से विरोध जताया। ग्रामीणों ने टोल पर मौजूद कर्मचारियों को फूलमाला पहनाई और अफसरों को जगाने के लिए ढोल बजाए।
100 किमी के इस रोड पर एमपीआरडीसी ने दो स्थानों पर टोल शुरू किए हैं। एक कलमोड़ा गांव के पास दूसरा मेघनगर के पास। इसमें कार के साथ ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट यानि बस को टोल से मुक्त रखा है। जबकि ट्रक, मल्टी एक्सल के साथ ही लोडिंग वाहनों से टोल वसूला जा रहा है। चूंकि टोल के आसपास ग्रामीण इलाका है और कई गांव लगे हैं। इससे यहां से सब्जी, दूध की आपूर्ति रोजाना शहर तक होती है। ऐसे में लोडिंग वाहनों को दो से तीन चार बार गुजरना पड़ता है। इससे हर बार 85 रुपए टोल चुकाना पड़ रहा है।
इससे आसपास के ग्रामीण नाराज हैं और उन्होंने आसपास के 25 किमी क्षेत्र में आने वाले गांवों को टोल मुक्त करने की मांग की। साथ ही रोड की मरम्मत करने की भी मांग की। ग्रामीणों ने एमपीआरडीसी के अफसरों को जगाने के लिए ढोल बजाए। साथ ही कर्मचारियों को फूलमाला पहनाई। टोल पर मौजूद कर्मचारियों ने उच्च अधिकारियों से इस विषय पर चर्चा करने की मांग की। इस मौके पर करमदी विकास समिति के जितेंद्र राव, संजय गरवाल, दशरथ, राहुल, अंबालाल, तुलसीराम, सत्तु, ओम, प्रकाश सहित अन्य मौजूद थे।
पिछले साल भी शुरू हुआ था टोल, ग्रामीणों के विरोध के बाद कर दिया था बंद
इसी रोड पर एमपीआरडीसी ने पिछले साल भी टोल शुरू किया था। लेकिन रोड का निर्माण किए बगैर टोल शुरू करने से लोगों ने विरोध जताया था। इसलिए इसे बंद कर दिया था। अब फिर इसे शुरू किया है। इसका फिर से विरोध शुरू हो गया है।
Source link