सीएम हेल्पलाइन-आरआरसी भी हो रही बेअसर: पीएचई कर्मचारी की मृत्यु के डेढ़ वर्ष बाद भी परिजन ग्रेच्युटी के लिए परेशान

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सतनाएक घंटा पहले

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फाइल फोटो। - Dainik Bhaskar

फाइल फोटो।

सरकारी विभागों में रह कर वर्षों सेवा देने के बाद कई कर्मचारियों की स्थिति बदतर है। सेवानिवृत्ति के बाद उनके देयकों के भुगतान को लेकर सरकार और सरकारी अधिकारी संजीदा नही हैं। सतना में पीएचई के ऐसे 5 कर्मचारी हैं, जिन्हें अभी तक ग्रेच्युटी का भुगतान नहीं हो पाया है। मृत कर्मचारियों में संत कुमार श्रीवास्तव मझगवां, मोहन लाल सोनीं अमरपाटन मुकुंदपुर, छोटे मल्लाह कृपालपुर सतना, चुन्नी लाल पाण्डेय और कार्यभारित हेल्पर श्रीकृष्ण कुशवाहा हैं।

श्री कृष्ण कुशवाहा के पुत्र शिवाकांत बताते हैं कि उनके पिता 18 अप्रैल 2013 में नियमित हुए। वे 30 सितंबर 2019 को सेवानिवृत्त हो गए। इसके बाद 7 फरवरी 2021 को उनका निधन हो गया। मृत्यु के भी डेढ़ साल बीतने के बावजूद दिवंगत कर्मचारी की पत्नी रामकुमारी कुशवाहा को आज तक उपादन की राशि नहीं मिल पाई है। शिवाकांत ने बताया कि सहायक श्रम आयुक्त रीवा संभाग ने कार्यभारित हेल्पर स्वर्गीय श्रीकृष्ण कुशवाहा को 5,09,397 की सेवा उपादान की राशि के भुगतान का आदेश पारित किया था।

ट्रेजरी से लौटा रहे बिल

विभागीय तौर पर भी भुगतान के लिए प्रमुख अभियंता से लेकर मुख्य अभियंता तक को पत्र लिखा गया। भुगतान के लिए कलेक्टर ने विभाग को आरआरसी भी जारी की, लेकिन फिर भी कोई फर्क नहीं पड़ा। भुगतान के लिए जब ट्रेजरी में बिल लगाया जाता हैं तो ट्रेजरी द्वारा विभाग के मुख्य अभियंता की स्वीकृति का हवाला देकर बिल रोक और लौटा दिए जाते हैं।

विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने कई बार प्रमुख अभियंता भोपाल, व मुख्य अभियंता जबलपुर को पत्र लिखा। आज तक भुगतान की स्वीकृति नहीं दी गई। इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में भी शिकायत 23 मार्च 2021 को की गई, लेकिन शिकायत क्रमांक 13678194 एल 4 लेवल में होने के बावजूद आज तक निराकृत नहीं हो पाई। विभाग द्वारा इस तरह टाल मटोल करने से परिजनों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

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