SECL के गेवरा परियोजना में बंद पड़ी केन्टीनें, कर्मचारियों को खान–पान में भारी परेशानी

कोरबा, 04 दिसंबर 2025।
SECL के गेवरा परियोजना में लंबे समय से बंद पड़ी केन्टीनों ने कर्मचारियों की दैनिक व्यवस्था को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। माइन परिसर में भोजन और शुद्ध पेयजल उपलब्ध न होने से श्रमिकों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
पूर्व में वर्कशॉप, ए.सी. केन्टीन, सैलो, क्वारी और वेस्ट केन्टीन सहित कुल पांच केन्टीन संचालित थीं, जिनमें से ए.सी. केन्टीन भी बीते 5–6 महीनों से बंद है। 24 अक्टूबर 2025 को कोल इंडिया सेफ्टी बोर्ड (HMS) के सदस्य द्वारा निरीक्षण में भी केन्टीन बंद पाई गई थी। केन्टीन बंद रहने के दौरान 4 ए.सी., 8 सीलिंग फैन और 3 एग्ज़ॉस्ट चोरी हो जाने की जानकारी सामने आई है।
5,000 से अधिक मेनपावर वाली गेवरा परियोजना में कर्मचारियों के कल्याण के प्रति उदासीनता पर सवाल उठने लगे हैं। माइन रूल 1955 के रूल 64 में स्पष्ट है कि 250 से अधिक कर्मचारियों वाले किसी भी प्रतिष्ठान में केन्टीन की उपलब्धता अनिवार्य है, लेकिन गेवरा क्षेत्र में कई महीनों से कोई भी विभागीय केन्टीन चालू नहीं है।
कोयला मजदूर सभा (HMS) के सेक्रेटरी एस.सी. मंसूरीने इस स्थिति को गंभीर बताते हुए कहा — “गेवरा जैसी विश्वस्तरीय परियोजना में कर्मचारियों को चाय–नाश्ते तक के लिए भटकना पड़े, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह न केवल प्रबंधन की लापरवाही दर्शाता है बल्कि माइन रूल 1955 का स्पष्ट उल्लंघन भी है। हमने कई बार विभागीय केन्टीनों को पुनः चालू करने की मांग रखी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। हम चाहते हैं कि एसईसीएल प्रबंधन तत्काल सभी केन्टीन चालू कर कर्मचारियों को मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराए।”
कोयला मजदूर सभा और सुरक्षा समितियों की निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर यूनियन ने प्रबंधन से विभागीय केन्टीनों को अविलंब पुनः संचालित करने की मांग की है ताकि कर्मचारियों को चाय, नाश्ता और भोजन की मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान न होना पड़े।




