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“बुंदेली शेफ सीज़न 3: स्वाद के बूते छह प्रतिभागी पहुँचीं फाइनल में”

  • सेमीफाइनल में दिखा मूँग दाल से बने व्यंजनों का कमाल
  • 8 में से 5 प्रतिभागियों ने बनाई फिनाले में जगह, एक वाइल्ड कार्ड एंट्री समेत 6 प्रतिभागी
  • 14 दिसंबर को छतरपुर के ‘द रुद्राक्ष होटल’ में होगा ग्रैंड फिनाले

छतरपुर, नवंबर, 2025: स्वाद, स्वाद और सिर्फ स्वाद.. ‘बुंदेली शेफ सीज़न 3’ के सेमीफाइनल में स्वाद और अपनेपन की कुछ ऐसी ही करछी चली, जब पूरा माहौल बुंदेलखंड की रसोई की खुशबू, प्रतिभा की चमक और बुंदेली पाक कला के हुनर से भर उठा। बुंदेलखंड 24×7 द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में हर राउंड पहले से मुश्किल और दिलचस्प होता जा रहा है और अब तक के चरणों को देखकर यह तो तय है कि 14 दिसंबर को छतरपुर के द रुद्राक्ष होटल में निर्धारित ग्रैंड फिनाले बुंदेली स्वाद की नई परिभाषा लिखने के लिए पूरी तरह तैयार है।
इस राउंड में प्रतिभागियों के सामने सिर्फ एक चुनौती थी- मूँग दाल को मुख्य सामग्री बनाकर ऐसी दो डिशेज़ बनाना, जिसमें बुंदेलखंड का अपनापन भी हो और उनकी रचनात्मकता भी। किसी की थाली में परंपरा की चमक थी, तो कहीं आधुनिकी अंदाज़; कहीं देसी मिठास थी, तो कहीं फ्यूजन का बघार। तमाम कड़ियों को पार करते हुए 8 में से 5 प्रतिभागियों- विभा अग्निहोत्री, स्वप्निल मोदी, रश्मि ठाकुर, साजीदा आमिर और नैन्सी शिवहरे का चयन ग्रैंड फिनाले में अपना हुनर दिखाने के लिए किया गया। इसके साथ ही, पिछले राउंड्स के निरंतर प्रदर्शन को देखते हुए रानू झा की वाइल्ड कार्ड एंट्री ने मुकाबले को और भी रोमांचक बना दिया।
प्रतिभागियों के हुनर को परखने के लिए ऑनलाइन जज पैनल में बुंदेली शेफ सीज़न 1 की विजेता शमिता सिंह, सीज़न 2 की विजेता ज़हीदा परवीन और आतिथ्य क्षेत्र में लगभग 20 वर्षों का अनुभव रखने वालीं मेघना शर्मा शामिल रहीं। तीनों जजेस ने हर डिश को स्वाद, प्रस्तुति और मूँग दाल के उपयोग की रचनात्मकता के आधार पर परखा।
फिनाले की घोषणा के बाद बुंदेलखंड 24×7 के चैनल हेड आसिफ पटेल ने कहा, “हर राउंड में प्रतिभागियों की मेहनत और पाक कला का हुनर और भी गहराता जा रहा है। मूँग दाल सेहतमंद होती है, ऐसे में इसके उपयोग से बिल्कुल नए रूपों में डिशेज़ की पेशकश देखना वाकई सराहनीय है। मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूँ कि फाइनल मुकाबला काफी कड़ा होने वाला है, जो कि पूरे सीज़न का सबसे यादगार समय होगा। सभी प्रतिभागियों को मेरी ओर से शुभकामनाएँ।”
स्वप्निल मोदी ने समोसे और मूँग दाल की गजक बनाकर देसी स्वाद को नए अंदाज़ में पेश किया। विभा अग्निहोत्री ने शुगर-फ्री मूँग दाल लड्डू और मूँग दाल मैथी वड़ी बनाकर सेहत और स्वाद का अनोखा मेल दिखाया। हेमा गुप्ता की मूँग दाल रसभरी और ‘मूँग दाल मैजिक फ्लावर्स’ देखने में जितने खूबसूरत थे, उतने ही लज़ीज़ भी। रश्मि ठाकुर की चन्द्रकला और मूँग दाल चॉकलेट ने देसी मिठास और आधुनिक स्टाइल का स्वादिष्ट संगम पेश किया। रुचि जैन ने समोसी और हरी मूँग पाक से स्वाद में एक अलग ट्विस्ट जोड़ा। नैन्सी शिवहरे ने नाचोज़ और बुंदेली कुरकुरे के जरिए बिल्कुल हटकर प्रयोग दिखाए। रीना सचान ने स्वादिष्ट मूँग पापड़ी और मूँग लड्डू पेश किए। जबकि साजीदा आमिर ने बनारस की मगदल और मैथी-मूँग दाल की कश्ता को बेहद खूबसूरती से पेश किया।
इस शानदार प्रतियोगिता में रुद्राणी कलाग्राम का महत्वपूर्ण सहयोग शामिल है। आयोजन को और प्रभावशाली बनाने के लिए कई प्रतिष्ठित साझेदार भी जुड़े हैं: पीआर 24×7 बतौर पीआर पार्टनर, अफ्फी स्पोर्ट्स ट्रॉफी पार्टनर, ब्यूटी आर्ट बाए रिया मेकअप पार्टनर, जबकि गिफ्टिंग में तारुका इको, डिवाइन डेकोर एंड गिफ्ट गैलरी और बुंदेलखंड्स फेमस का साथ मिल रहा है। प्रतियोगिता का वैन्यू पार्टनर द रुद्राक्ष होटल है और ‘2030 का भारत’ सोशल पार्टनर के रूप में बुंदेली शेफ सीज़न 3 से जुड़ा है।
स्वाद के इस महासंग्राम को देखते हुए यह तो साफ है कि अब पूरा बुंदेलखंड देखना चाहता है कि इस बार बुंदेली स्वाद का ताज किसके सिर सजेगा। ग्रैंड फिनाले 14 दिसंबर, छतरपुर के ‘द रुद्राक्ष होटल’ में आयोजित किया जाएगा, जहाँ उपरोक्त छह प्रतिभागी इस सीज़न में अपने हुनर की आखिरी परीक्षा देंगे। कुल मिलाकर, ‘बुंदेली शेफ सीज़न 3’ ने फिर साबित कर दिया है कि यह मंच सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि मेहनत, परंपरा, आत्मनिर्भरता और हुनर का उत्सव है, जहाँ हर चरण में नई कहानियाँ और नए स्वाद जन्म लेते हैं।

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