निर्माण कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी: जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे

जांजगीर–चांपा, 26 नवम्बर 2025। जिला पंचायत के सभाकक्ष में आज बुधवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता जिला पंचायत सीईओ श्री गोकुल रावटे ने की। बैठक के दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले में चल रहे सभी निर्माण एवं विकास कार्यों में गुणवत्ता और समय-सीमा का कड़ाई से पालन किया जाए। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी और कार्य निर्धारित प्रक्रिया अनुसार पूर्ण किए जाएँ।

बैठक में मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, 15वें वित्त आयोग, जिला एवं जनपद पंचायत विकास निधि, मुख्यमंत्री आंतरिक विद्युतीकरण योजना, डीपीआरसी प्रशिक्षण सहित अन्य योजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई। सीईओ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्माण कार्यों में पारदर्शिता, गुणवत्तापूर्ण सामग्री एवं जन-सहभागिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने मैदानी अमले को नियमित रूप से गांवों का भ्रमण कर कार्यों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) वर्ष 2025–26 अंतर्गत स्वीकृत नए आवासों की राशि हितग्राहियों के खातों में हस्तांतरित किए जाने की जानकारी दी गई। सीईओ रावटे ने स्पष्ट कहा कि आवास निर्माण कार्यों में बिना देरी के प्रगति लाई जाए तथा जिन आवासों का निर्माण प्रारंभ नहीं हुआ है, उन्हें तत्काल शुरू कराया जाए। इसके लिए मस्टर रोल जारी करने, मैदानी अमले की सक्रियता बढ़ाने और विभागों के बीच मजबूत समन्वय पर बल दिया गया।
मनरेगा कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने मजदूरी भुगतान, सामग्री भुगतान, सामाजिक अंकेक्षण और परिसंपत्तियों के संरक्षण पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने निर्देश दिए कि भुगतान एवं मस्टर रोल में किसी भी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए तथा जल संरक्षण, नाला संरक्षण, खेत-तालाब निर्माण, वृक्षारोपण एवं एनआरएम कार्यों में गति लाई जाए। मनरेगा के माध्यम से अधिक से अधिक ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने और निर्मित परिसंपत्तियों के सतत उपयोग पर भी जोर दिया गया। उन्होंने क्षेत्र में सभी पंचायत भवनों में क्यूआर कोड लगाए जाने, युक्तधारा पोर्टल में लक्ष्य अनुसार कार्य स्वीकृति, एनआरएम एवं कृषि श्रेणी के कार्यों का नियमानुसार व्यय, ईएमबी के माध्यम से मूल्यांकन और एरिया ऑफिसर एप से नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सीईओ रावटे ने अमृत सरोवर के सदुपयोग को ग्रामीण आजीविका संवर्धन का माध्यम बनाने की आवश्यकता जताई। उन्होंने मत्स्य पालन को बढ़ावा देने, मत्स्य विभाग की सहायता से बीज डालने एवं रेन वाटर हार्वेस्टिंग तथा सोखता गड्ढा निर्माण के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के लाभों के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने और अधिकाधिक हितग्राहियों तक योजना का लाभ पहुँचाने पर बल दिया।
बैठक में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के ईई, एसडीईओ, जनपद पंचायत सीईओ, जिला एवं जनपद पंचायत समन्वयक, तकनीकी सहायक, परियोजना अधिकारी (मनरेगा), कार्यक्रम अधिकारी सहित मैदानी अमले के अधिकारी उपस्थित रहे। प्रशासन ने आश्वस्त किया कि योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सतत मॉनिटरिंग जारी रहेगी।




