Chhattisgarh

कोरबा: पुटीपखना में निजी कोयला खदान का विरोध, गोंडवाना गणराज्य पार्टी ने आंदोलन की चेतावनी दी

कोरबा,05 अक्टूबर 2025। जिले के चोटिया पसान तहसील के पुटीपखना गांव में प्रस्तावित निजी कोयला खदान को लेकर ग्रामीणों और स्थानीय राजनीतिक दलों में भारी असंतोष देखने को मिल रहा है। गोंडवाना गणराज्य पार्टी (जीजीपी) ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर खदान प्रस्ताव के खिलाफ अपने विरोध को स्पष्ट किया और अगर प्रशासन ग्रामीणों की आपत्तियों पर ध्यान नहीं देता है तो आंदोलन छेड़ने की चेतावनी भी दी है।

पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष दीनानाथ आयाम ने तहसीलदार वीरेंद्र कुमार श्याम को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि रुगटा संस प्राइवेट लिमिटेड, चाईबांसा को कोल माइंस आवंटित किया गया है। इसके लिए एसडीएम पोड़ी उपरोड़ा ने पंचायत सचिवों को आदेश जारी कर ग्रामसभा में प्रस्ताव ठहराने के लिए कहा था। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने ग्रामसभा में खुले तौर पर खदान के खिलाफ अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।

दीनानाथ आयाम ने चेतावनी दी कि जल, जंगल और जमीन की सुरक्षा के लिए सड़क पर उतरकर संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने कहा, “पुटीपखना के लोग खदान का किसी भी रूप में विरोध कर रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह गंभीरता से इस पर ध्यान दे और स्थानीय लोगों की मांगों को गंभीरता से सुने। अगर उनकी आवाज़ को अनसुना किया गया, तो हमें मजबूरी में आंदोलन करना पड़ेगा।”

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि निजी कोयला खदान के चलते उनकी जीवन शैली, पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों पर गंभीर खतरा पैदा होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि खदान के प्रस्ताव से न केवल जंगलों की कटाई होगी बल्कि जल स्रोतों पर भी असर पड़ेगा, जिससे गांव के निवासियों की जल आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।

विशेषज्ञों का कहना है कि खनन गतिविधियां लंबे समय तक इलाके में सामाजिक और पर्यावरणीय समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं। इसके अलावा, बिना स्थानीय समुदाय की सहमति के खनन कार्य का होना संवेदनशील मुद्दा है।

गोंडवाना गणराज्य पार्टी और ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि वे खदान के प्रस्ताव पर पुनर्विचार करें और स्थानीय लोगों की सहमति के बिना किसी भी कदम को लागू न करें। ग्रामीणों का स्पष्ट संदेश है कि अगर उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया, तो वे सड़क पर उतरकर अपने हक के लिए संघर्ष करेंगे।

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