Sex Racket: रोजगार के नाम पर चलता था जिस्मफरोशी का धंधा! महिला-पुरुष आपत्तिजनक हालत में गिरफ्तार, कमरे से मिली अश्लील वीडियो और कई ग्राहकों के नंबर

बोकारो,04 अक्टूबर। शहर की सिटी पुलिस ने गुरुवार देर रात एक रिहायशी इलाके में संचालित सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने को-ऑपरेटिव कॉलोनी के प्लॉट नंबर 155 में छापेमारी कर एक महिला और एक पुरुष को आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सिटी इंस्पेक्टर सुदामा दास के नेतृत्व में की गई। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोमिनपुर रोड, खिदिरपुर निवासी 25 वर्षीय निखत परवीन और बोकारो सेक्टर 12 निवासी 26 वर्षीय शनि कुमार के रूप में हुई है। दोनों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
पुलिस के अनुसार आरोपी प्लॉट के बुजुर्ग मालिक से एक कमरा किराए पर लेकर लंबे समय से सेक्स रैकेट चला रहे थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पश्चिम बंगाल के विभिन्न शहरों से आर्थिक तंगी झेल रही लड़कियों को बहला-फुसलाकर बोकारो लाया जाता था और फिर उन्हें जबरन देह व्यापार में धकेल दिया जाता था। छापेमारी के दौरान कमरे से कई आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई है, जिसमें विभिन्न ब्रांड के दस कंडोम पैकेट, मोबाइल फोन, कैलकुलेटर और एक डायरी शामिल है। बरामद डायरी में 50 से अधिक कथित ग्राहकों के मोबाइल नंबर दर्ज हैं जिनमें कई सफेदपोश लोगों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है।
पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपियों द्वारा लायी गई लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो बनाए जाते थे, ताकि उन्हें ब्लैकमेल कर इस धंधे में बनाए रखा जा सके। रोजगार के नाम पर बुलाकर इन युवतियों को देह व्यापार के दलदल में जबरन धकेल दिया जाता था। मजबूरी और डर के चलते पीड़िताएं इसका विरोध नहीं कर पाती थीं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के गैरकानूनी धंधों के चलते रिहायशी इलाकों का माहौल खराब हो रहा है। घरेलू हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं और सामाजिक ताना-बाना प्रभावित हो रहा है। इसके बावजूद लोग डर या शर्म के कारण खुलकर शिकायत नहीं करते।