Coal India bonus: कोयला कर्मियों को दुर्गापूजा पर रिकॉर्ड एक लाख तीन हजार रुपए बोनस

कोरबा, 26 सितम्बर । कोलकाता में कोल इंडिया मानकीकरण समिति की देर रात चली बैठक में मैनेजमेंट और यूनियनों के बीच बोनस पर सहमति बनी। कोल इंडिया एवं अनुषंगी कंपनियों में लगभग 2.23 लाख (नन एग्जीक्यूटिव) से अधिक कोयला कर्मियों के बीच बोनस मद में लगभग दो हजार करोड़ रुपए का भुगतान होगा। एसईसीएल के प्रत्येक कर्मी को ₹1,03,000 का लाभ मिलेगा। इसमें छत्तीसगढ़ में 34,500 से अधिक कर्मियों के खाते में पहुंचेंगे लगभग ₹356 करोड़ रुपए।
कोल इंडिया के इतिहास में यह सबसे ज्यादा बोनस वृद्धि है। यूनियनों की ओर से सवा लाख रुपए बोनस की मांग की गई थी। काफी जिच के बाद देर रात 1.03 लाख रुपए पर सहमति बनी। झारखंड में बीसीसीएल, सीसीएल और सीएमपीडीआई के अलावा ईसीएल के तीन एरिया राजमहल, मुगमा और चितरा हैं।
बोनस की चमक दुर्गा पूजा से दीपावली तक दिखेगी। कोयलांचल के बाजारों में चहल-पहल अब बढ़ जाएगी। छत्तीसगढ़ में बोनस का 356 करोड़ रुपये आने का अनुमान है। इसकी वजह बोनस में रिकार्ड वृद्धि है। फिर ठगे गए ठेका कर्मी ठेका मजदूरों के बोनस का मुद्दा उठा लेकिन रस्म अदायगी भर रहा। प्रबंधन ने कहा कि इन्हें विभागीय कर्मियों की तरह बोनस का प्रावधान नहीं है।
कोरबा, बिलासपुर और रायगढ़ जिलों में स्थित एसईसीएल की विभिन्न परियोजनाओं में कार्यरत हजारों श्रमिक इस बोनस से लाभान्वित होंगे। इससे त्योहारों के दौरान न केवल कर्मचारियों की खुशियां बढ़ेंगी, बल्कि स्थानीय बाजारों में भी रौनक देखने को मिलेगी। कर्मचारियों में खुशी की लहर त्योहारों से ठीक पहले बोनस की घोषणा होने से कर्मचारियों में उत्साह का माहौल है।
एसईसीएल के सीएमडी डॉ. सनीश चंद्र ने बताया कि माननीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी जी के मार्गदर्शन में कोल इंडिया एवं सहायक कंपनियों के कर्मियों के लिए वित्त वर्ष 2024-25 का परफॉरमेंस लिंक्ड रिवार्ड (PLR) स्वीकृत हुआ है।