संभाग स्तरीय बैठक में आईजी दीपक झा ने दिये कई अतिआवश्यक निर्देश

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
सरगुजा – पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज दीपक कुमार झा के नेतृत्व में पुलिस कोआर्डिनेशन सेंटर (सरगुजा भवन) अंबिकापुर में संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक ली गई। समीक्षा बैठक के दौरान रेंज जिलों के कानून व्यवस्था , लंबित अपराध समीक्षा , लंबित शिकायत मार्ग सहित एनडीपीएस एक्ट के प्रकरणों साथ – साथ गौ तस्करों के विरुद्ध कार्यवाही व प्रकरण में संलिप्त लोगों के खिलाफ की गई कार्यवाहीयों के संबंध में जिले वार विस्तृत चर्चा की गई।
पुलिस महानिरीक्षक ने लंबित अपराध के प्रकरणों का विस्तृत जिलेवार चर्चा किये , जिसमें एक वर्ष से अधिक समय से लंबित अपराध जिला सरगुजा में 129 , सूरजपुर में 33 , बलरामपुर में 24 , जशपुर में 102 , कोरिया में 25 , एमसीबी में 43 रेंज स्तर पर कुल 356 लंबित प्रकरण पाये गये। इस दौरान उन्होंने संबंधित पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किये कि अपने इकाई में राजपत्रित अधिकारियों को जिम्मेदारी तय करते हुये तथा स्वयं के पर्यवेक्षण में लंबित प्रकरणों का यथाशीघ्र निकाल करने हेतु निर्देशित करें। आगे उन्होंने यह भी कहा कि नवीन कानून के तहत पंजीबद्ध प्रकरणों का पर्यवेक्षण कर कोर्ट चिकित्सा जैसे अन्य प्रमुख विभागों से समन्वय स्थापित कर गुणवत्तापूर्ण विवेचना करते हुये पेंडिंग प्रकरणों का निकाल करना सुनिश्चित करें। इसी तरह से एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण की समीक्षा करते हुये उन्होंने कहा कि जिलों के राजपत्रित अधिकारियों द्वारा लीड करते हुये स्वयं सर्च कार्यवाही कराने तथा एनडीपीएस की धाराओं का प्रयोग करते हुये संपत्ति कुर्की जप्ती की कार्यवाही करने तथा फाइनेंशियल एवं इंड टू इंड इन्वेस्टिगेशन कर अंतर राज्य गैंग तथा कोरियर कंपनियों के विरुद्ध कार्यवाही तथा बाहरी राज्यों से आ रही प्रतिबंधित दवाओं के सप्लाई चैन के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही किये जाने व अपराधियों के विरुद्ध पीट एनडीपीएस की कार्यवाही करने के हेतु सख्त निर्देश दिये।
इसी प्रकार गौ तस्करी करने वालों के खिलाफ इंड टू इंड तक तस्करों के विरुद्ध कार्यवाही तथा इसमें प्रयुक्त किये गये जप्त वाहनों का राजसात की कार्यवाही पूर्ण करने हेतु संबंधित इकाई प्रमुखों को निर्देशित किये। मीटिंग की अगली कड़ी में पुलिस महानिरीक्षक द्वारा रेंज स्तरीय दोषमुक्ति प्रकरणों का विस्तृत चर्चा किया गया , विशेष रूप से उन प्रकरणों पर चर्चा कर गंभीरता से कार्यवाही करने को कहा गया जिसमें माननीय न्यायालय में अग्रिम जमानत निरस्त होने के बाद भी अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो पायी है। इसके अलावा लंबित दोषमुक्ति प्रकरणों के विवेचना में विवेचकों के त्रुटि को सुधार हेतु पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि यदि नवीन कानून के तहत किसी प्रकरण के विवेचना में कोई परेशानी हो रही है तो अपने जिले के अभियोजन अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर उन प्रकरणों का निकाल करना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त चर्चा के दौरान यह भी पाया गया की बहुत सारे प्रकरणों में ट्रायल के दौरान शिकायत झूठी पाई जाती हैं जिसमें निर्दोष व्यक्तियों को झूठा फसाने की कोशिश की जाती है ऐसे में आरोपियों के विरुद्ध अभियोजन अधिकारियों द्वारा प्रतिवेदन तैयार कर प्रस्तुत किया जाये ताकि ऐसे प्रकरणों की पुनरावृत्ति रुकी जा सके। बैठक में आगामी त्यौहारों के मद्देनजर रेंज आईजी ने कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु समस्त पुलिस अधीक्षकों को सख्त निर्देश दिये। आईजी झा ने कहा कि आपराधिक संदिग्ध व्यक्तियों जैसे आदतन अपराधी , गुंडा बदमाशों का रिकॉर्ड तैयार कर पुलिस पैनी नजर बनाये रखें तथा जिलों में आसूचना संकलन को और मजबूत करें संदेहियों पर सख्त कार्यवाही करें। देर रात तक थाना क्षेत्र में चलने वाले होटल ढाबा दुकानों को समय पर बंद कराने तथा अड्डाबाजों वाले स्थान पर गस्त पेट्रोलिंग कराते हुये निगरानी बनाये रखने के भी निर्देश दिये। रेंज स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान उमनि/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर प्रशांत ठाकुर , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा राजेश अग्रवाल , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह , पुलिस अधीक्षक कोरिया रवि कुर्रे , पुलिस अधीक्षक एमसीबी चंद्रमोहन सिंह , पुलिस अधीक्षक बलरामपुर वैभव बैंकर सहित रेंज के अभियोजन अधिकारी एवं कार्यालय स्टाफ उपस्थित रहे।