Chhattisgarh

ऑपरेशन मुस्कान अभियान में दुर्ग पुलिस को मिली राज्य स्तर पर सर्वाधिक सफलता

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

दुर्ग – जिला पुलिस बच्चों की सुरक्षा को लेकर लगातार संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है। इसी क्रम में गुम इंसान विशेष कर गुम बच्चों के पता तलाश हेतु “ऑपरेशन मुस्कान” चलाया जाता है , जिसके अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। “ऑपरेशन मुस्कान” की सफलता को देखते हुये शासन के मंशा अनुरुप पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ महोदय द्वारा बच्चों के खोजबीन हेतु आपरेशन मुस्कान के रुप में एक विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया गया , जो नबालिग वर्ग के बच्चों के पता तलाश की दिशा में राज्य का व्यापक अभियान है।

पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में 01 जुलाई से 31 जुलाई 2025 तक “ऑपरेशन मुस्कान” चलाया गया। इस अभियान के लिये अभिषेक झा अति. पुलिस अधीक्षक , ग्रामीण नोडल अधिकारी द्वारा प्रत्येक थानों के लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर टीम गठित की गई एवं अजय सिंह उप पुलिस अधीक्षक काईम/सहायक नोडल अधिकारी द्वारा तकनीकी सहायता से जानकारी दिया गया। गुमशुदा की पतासाजी हेतु सोशल मीडिया एवं संचार साधनों के बेहतर उपयोग सहित अनेक दिशा-निर्देश वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा दिये गये। अभियान के दौरान सर्वप्रथम गुम हुये प्रत्येक बच्चों के घर पर जाकर उनके परिजनों , रिश्तेदार एवं मित्रों से सम्पर्क करते हुये हर एक प्रकरण की समीक्षा करने के उपरांत रणनीति बनाकर टीम का गठन कर ऐसे संभावित स्थान पर भेजा गया , जहाँ गुम बच्चों के मिलने की संभावना थी। आपरेशन मुस्कान के तहत ना केवल प्रदेश के भीतर बल्कि पूरे भारत वर्ष में पुलिस टीमों को भेजकर 31 बालक , 150 बालिका इस प्रकार कुल 181 गुम बच्चों को सकुशल बरामद किया गया है। जिसमें से 28 बालक एवं बालिका को विभिन्न राज्यों क्रमशः महाराष्ट्र , उत्तरप्रदेश , बिहार , उड़ीसा , राजस्थान , झारखण्ड , मध्यप्रदेश , तेलगांना एवं आंध्रप्रदेश से सकुशल बरामद कर विधिसम्मत उनकी घर वापसी कराई गई। दीगर राज्य से 28 बच्चों को किया गया दस्तयाब क्रमशः महाराष्ट्र-15 , मध्यप्रदेश-04 , उत्तरप्रदेश- 02 उड़ीसा – 02 , बिहार-01, राजस्थान-01, झारखण्ड-01, तेलगांना 01 एवं आंध्रप्रदेश-01 बच्चों को दस्तयाब किया गया। प्रत्येक थानों से टीम गठन कर थाना सुपेला-08, नंदनी-03, कुम्हारी-03, भिलाई भट्टी -03, वैशाली नगर-03, जामुल-01, धमवा-01, मोहन नगर-01, पाटन-01, पुलगांव-01, उतई-01, छावनी-01 एवं दुर्ग-01 द्वारा दीगर राज्यों से बच्चों की पतासाजी की गई। सर्वाधिक थाना सुपेला-25 , थाना जामुल 19 एवं थाना खुर्सीपार 16 बच्चों को बरामद किया गया।

जीआरपी एवं रेलवे पुलिस का इस अभियान में विशेष सहयोग मिला। राज्य भर में व्यापक स्तर पर चलाये गये अभियान में सर्वश्रेष्ठ कामयाबी हासिल करते हुये दुर्ग पुलिस द्वारा प्रथम स्थान पर रहकर 181 बालक एवं बालिकाओं को बरामद करने में सफलता अर्जित की गई है।

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