Utterpradesh

जिले में सात दिन तक बंद रहेंगे स्कूल, कांवड़ यात्रा के चलते आया आदेश

उत्तरप्रदेश/ कांवड़ यात्रा जोरों शोरों से की जा रही है। सावन में सड़कों पर कांवड़ियों की भारी भीड़ रहती है। इसी सिलसिले में यूपी में कहीं-कहीं यातायात अवरोध और सुरक्षा के चलते स्कूल बंद किए गए हैं।

कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के सभी शिक्षण संस्थानों को एक सप्ताह के लिए बंद करने का आदेश दे दिया गया है। जिला प्रशासन की ओर से जारी किए निर्देश के अनुसार 16 जुलाई से 23 जुलाई 2025 तक जिले के सभी स्कूल, कॉलेज, मदरसे, आईटीआई, आंगनवाड़ी केंद्र और अन्य शैक्षणिक संस्थान पूरी तरह बंद रहेंगे। यह निर्णय कांवड़ यात्रा के दौरान संभावित भीड़, यातायात अवरोध और सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। जिलाधिकारी डॉ. उमेश मिश्रा के निर्देश पर यह आदेश लागू किया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार ने स्कूलों को इस संबंध में लिखित सूचना जारी कर दी है।

कांवड़ यात्रा के मद्देनजर लिया गया निर्णय
प्रशासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि यह कदम छात्रों, शिक्षकों और आम जनता की सुरक्षा को देखते हुए उठाया गया है। जिलाधिकारी की ओर से जारी किए गए आदेश का उल्लंघन करने वाले किसी भी शैक्षणिक संस्थान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। संस्थानों को निर्देश है कि 16 जुलाई से 23 जुलाई 2025 तक अवकाश रखें।

हर साल सावन माह में लाखों श्रद्धालु हरिद्वार, गंगोत्री और अन्य स्थानों से गंगाजल लेकर पैदल यात्रा करते हैं। इस दौरान वे शिव मंदिर में जलाभिषेक करते हैं। कांवड़ यात्रा के मुख्य मार्गों में मुजफ्फरनगर एक प्रमुख पड़ाव होता है। इस जिले में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। इसी वजह से जिले के कई हिस्सों में यातायात प्रतिबंध, सुरक्षा बंदोबस्त, और जनसमूह नियंत्रण की जरूरत होती है।

अन्य जिलों में भी की गई है व्यवस्था
मुजफ्फरनगर के अलावा हरिद्वार, मेरठ, बागपत, सहारनपुर जैसे कांवड़ प्रभावित जिलों में भी प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर विशेष तैयारियां की हैं। कहीं-कहीं पर अस्थायी अस्पताल, मोबाइल टॉयलेट, पुलिस चौकी और ड्रोन निगरानी की व्यवस्था भी की गई है।

इसी के साथ प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे इस दौरान बच्चों को घर में सुरक्षित रखें और यात्रा मार्गों पर अनावश्यक आवाजाही से बचें। स्कूल प्रशासन से यह भी कहा गया है कि वे अवकाश के दिनों में ऑनलाइन या कोई वैकल्पिक कक्षा न चलाएं।

Related Articles

Back to top button