आचार्य जी सनातन धर्म के ध्वजवाहक के रूप में कार्य कर रहे हैं-राजेश्री महन्त डॉ रामसुंदर दास

- अमलीपदर में आयोजित श्री भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए महामंडलेश्वर
छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष महामंडलेश्वर राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास महाराज ग्राम अमलीपदर, जिला गरियाबंद में आयोजित श्री भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव के समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। शोभा यात्रा में उन्होंने कार्यक्रम के आयोजक आचार्य युवराज पांडे का शाल श्रीफल से सम्मान किया। आचार्य जी ने भी पुष्प माला, शाल,श्रीफल भेंट करके राजेश्री महन्त रामसुंदर दास महाराज से आशीर्वाद प्राप्त की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालु भक्तों को अपना आशीर्वचन प्रदान करते हुए राजेश्री महन्त रामसुंदर दास महाराज ने कहा कि- आचार्य पांडे जी इस छोटे से गांव में खेल- कूद कर बड़े हुए हैं, अब वे न केवल गरियाबंद जिले में बल्कि छत्तीसगढ़ सहित पूरे भारतवर्ष में सनातन धर्म के ध्वजवाहक के रूप में सेवा कर रहे हैं, यह गौरव का विषय है।

उन्होंने पांच दिवसीय श्री भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव के माध्यम से यह बता दिया कि रथ यात्रा कैसी होनी चाहिए ? प्रत्येक दिवस अनेक तरह के आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किए हैं, इस कार्यक्रम में मुझे भी आने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ यह प्रसन्नता का विषय है। आचार्य पांडे जी ने कहा कि- हमारे गांव में परम पूज्य महाराज जी का आगमन हुआ यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है उनकी कृपा हम सभी पर निरंतर इसी तरह से बनी रहे यही प्रार्थना है। इस अवसर पर ग्राम वासियों सहित दूर दराज के क्षेत्र से आए हुए श्रद्धालु भक्तजन बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए। हुए राजेश्री महन्त रामसुंदर दास महाराज के साथ मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव एवं हर्ष दुबे विशेष रूप से उपस्थित थे।