कोरबा में मनचलों की खैर नहीं: पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने छेड़छाड़ के मामलों में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए

कोरबा जिले में युवतियों और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं में वृद्धि देखने को मिल रही है, खासकर सोशल मीडिया पर ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इन घटनाओं पर कोरबा पुलिस तत्काल कार्रवाई कर रही है और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।
हालांकि, बदनामी के डर से अभी भी कई पीड़ित खुलकर शिकायत करने से कतराते हैं, जिसका फायदा उठाने वाले लोग उठाते हैं। स्कूल और कॉलेजों में नया सत्र शुरू होने के साथ ही, छुट्टी के समय घर लौट रही छात्राओं और युवतियों के साथ आवारा मनचलों द्वारा छेड़छाड़ और अभद्र टिप्पणी करने के मामले भी सामने आ रहे हैं। बदनामी के डर से ये लड़कियाँ अक्सर अपने शिक्षकों, अभिभावकों या पुलिस से शिकायत करने से बचती हैं। यह चुप्पी कहीं न कहीं ऐसे तत्वों को और बढ़ावा देती है।
कोरबा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने ऐसे असामाजिक तत्वों को कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि महिलाओं के साथ हो रही छेड़छाड़ और उनसे जुड़े अपराधों को लेकर कोरबा पुलिस और उनकी पूरी टीम कठोर कार्रवाई कर रही है। मीडिया के माध्यम से उन्होंने जनता से अपील की है कि अगर ऐसी कोई भी घटना सामने आती है, तो बिल्कुल न घबराएं या डरें, बल्कि तत्काल पुलिस को सूचित करें। पुलिस ऐसे मामलों पर तुरंत कार्रवाई करेगी।
पुलिस अधीक्षक तिवारी ने यह भी स्पष्ट किया है कि ऐसे संवेदनशील मामलों में पुलिस द्वारा पूरी गोपनीयता बरती जाती है। इसलिए, पीड़ितों को बदनामी के डर से अपनी शिकायत वापस नहीं लेनी चाहिए। उनका कहना है कि “बदनामी से न डरें और ऐसे कृत्य करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दें, तभी हमारा कोरबा सुरक्षित कोरबा कहलाएगा।” कोरबा पुलिस प्रशासन ने महिलाओं और युवतियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमर कस ली है। यह ज़रूरी है कि समाज भी इस पहल में पुलिस का साथ दे और ऐसे आपराधिक तत्वों के खिलाफ आवाज़ उठाए।