Chhattisgarh

महिला सप्ताह के दौरान वेदांता एल्युमीनियम ने दिया वित्तीय साक्षरता, उद्यमिता और कौशल प्रशिक्षण पर जोर

कंपनी ने ओडिशा के झारसुगुडा स्थित अपने एल्युमीनियम संयंत्र में पहली बार महिलाओं द्वारा संचालित स्मेल्टर लाइन की भी घोषणा की

रायपुर, 18 मार्च 2025: भारत की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्युमीनियम ने सफलतापूर्वक महिला सप्ताह आयोजित किया। इस सप्ताह में कई असरदार कार्यक्रम और पहलें की गईं, जिनका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और कंपनी के प्रचालन में लैंगिक समावेशिता को बढ़ावा देना था। ये प्रयास कंपनी समूह के व्यापक अभियान ‘शक्ति से प्रगति’ का हिस्सा थे। ’शक्ति से प्रगति’ वेदांता की प्रतिबद्धता है, जिसके माध्यम से कंपनी महिलाओं को उनके जीवन, कार्यस्थल, घर, समुदाय और देश में परिवर्तन के प्रेरक के रूप में सशक्त बनाती है। यह उनकी ताकत, लचीलेपन और असीम क्षमता का उत्सव है – यह एक ऐसी यात्रा जो उन्हें आगे बढ़ने, बाधाओं को तोड़ने और अपने भविष्य की नई इबारत लिखने में मदद करती है। महिला सप्ताह का मुख्य आकर्षण ओडिशा के झारसुगुडा में कंपनी के एल्युमीनियम प्लांट में पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित पहली स्मेल्टर लाइन का शुभारंभ था।

कंपनी की इन पहलों का ध्येय कंपनी में महिलाओं की लैंगिक भेदभाव रहित नियुक्ति तथा 2030 तक कार्यबल में 30 प्रतिशत महिलाओं की नियुक्ति है। कौशल विकास और समावेशी कर्मचारी पुस्तिका शुरू करने से लेकर वित्तीय साक्षरता और आत्मरक्षा प्रशिक्षण तक, वेदांता के महिला सप्ताह के दौरान महिला कर्मचारियों, भागीदारों और स्थानीय समुदायों को प्रेरित करने, उनका उत्थान करने और उनका समर्थन करने का काम किया गया। कंपनी की पहलें विभिन्न इकाइयों में अमल में लाई गईं, जो संगठन और उससे परे तक जाकर महिलाओं के लिए एक समावेशी और सशक्त माहौल बनाने की निरंतर प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती हैं।

वेदांता एल्युमीनियम ने अनस्टॉपेबल एआई पत्रिका लॉन्च की, जिसमें वेदांता एल्युमीनियम का अभिन्न अंग रहीं महिलाओं की 12 प्रेरक कहानियाँ प्रदर्शित की गईं। इसके साथ ही पिंकबुक भी पेश की, जो कर्मचारियों के बीच विविधता और समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए नीतियों की रूपरेखा तैयार करने वाली एक विशद मार्गदर्शिका है। इन पहलों के अलावा, महिला कर्मचारियों की सुविधा और समावेशिता को बढ़ाने के लिए पर्सनलाइज़्ड-फिट यूनिफॉर्म पेश की गई। लैंगिक समावेशिता और महिला सशक्तिकरण एल्युमीनियम विनिर्माण के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि विविध दृष्टिकोण इनोवेशन को बढ़ावा देते हैं, उत्पादकता को बढ़ाते हैं और अत्यधिक प्रतिस्पर्धी उद्योग में अधिक लचीला व टिकाऊ कार्यबल बनाने में मददगार साबित होते हैं।

महिला सप्ताह के दौरान की गई पहलों पर टिप्पणी करते हुए, वेदांता एल्युमीनियम के मुख्य प्रचालन अधिकारी (सीओओ) सुनील गुप्ता ने कहा, ’’वेदांता एल्युमीनियम में, हम महिलाओं को व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों तरह से अपनी पूरी क्षमता तक पहुँचने के लिए सशक्त बनाने में दृढ़ता से विश्वास करते हैं। कंपनी का यह महिला सप्ताह समारोह लैंगिक समावेशिता और सभी स्तरों पर महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। वृद्धि, कौशल विकास और नेतृत्व के लिए एक मंच प्रदान करके, हमारा लक्ष्य अपने संगठन और समुदायों के भीतर सशक्त महिलाओं को प्रेरित करना है, तथा यह सुनिश्चित करना है कि वे जीवन के हर पहलू में प्रगति करें।’’

लांजीगढ़ स्थित विश्व स्तरीय एल्युमिना रिफाइनरी में कंपनी ने सुश्री अपर्णा शर्मा द्वारा एक वार्ता आयोजित की, जो मानव संसाधन के विषय में अनुभवी विशेषज्ञ हैं, तथा वे कई कॉर्पोरेट बोर्ड्स में एक स्वतंत्र निदेशक के रूप में कार्यरत भी हैं, वे विभिन्न कॉर्पोरेट समूहों के सलाहकार के रूप में भी योगदान दे रही हैं। उन्होंने कॉनफ्लिक्ट मैनेजमेंट एवं अनकॉन्शस बायस (संघर्ष प्रबंधन एवं अचेतन पूर्वाग्रह) पर एक सत्र आयोजित किया, जिसके बाद महिला कर्मचारियों के जीवन की प्रेरक कहानियाँ सुनाई गईं। वेदांता लिमिटेड- एल्युमिना बिज़नेस के सीईओ श्री प्रणब कुमार भट्टाचार्य ने पिंकबुक लॉन्च की, जिसमें विविध कर्मचारियों के लिए नीतियों की रूपरेखा बताई गई है। कार्यक्रम का समापन महिला कर्मचारियों के सम्मान और उनके योगदान और उपलब्धियों के जश्न के साथ हुआ।

ओडिशा के झारसुगुडा में, जहाँ कंपनी का मेगा एल्युमीनियम प्लांट है, कंपनी ने आत्मरक्षा प्रशिक्षण सत्र और लैंगिक समावेशिता पर लीडरशिप टॉक आयोजित की। महिला सप्ताह के दौरान वेदांता ने 100 से अधिक टेराकोटा कारीगरों को सहयोग दिया और कौशल विकास के जरिए महिलाओं को सशक्त बनाया। इसके अतिरिक्त, महिला कर्मचारियों के बीच व्यक्तिगत विकास को प्रेरित करने के लिए ’बीइंग अनस्टॉपेबल’ सत्र आयोजित किया गया। एक सरकारी स्कूल में छोटे बच्चों को क्विज़ और रिले रेस जैसी गतिविधियों में शामिल किया गया। इसके अतिरिक्त, शुभलक्ष्मी को-ऑपरेटिव के साथ एक कार्यक्रम में महिला उद्यमियों को सम्मानित किया गया, जिन्हें वेदांता एल्युमीनियम द्वारा समर्थन दिया जाता है।

छत्तीसगढ़ के कोरबा में वेदांता एल्युमीनियम के बाल्को में 400 से अधिक कर्मचारियों और पार्टनर्स ने महिला सप्ताह समारोह में भाग लिया। पद्मश्री शमशाद बेगम ने 65,000 से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाने के अपने सफर को साझा किया, जहाँ 80 से अधिक महिलाओं को उनकी उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया। महिला कर्मचारियों के लिए पर्सनलाइज़्ड-फिट यूनिफॉर्म प्रस्तुत की गई और एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें ट्रांसजेंडर कर्मचारियों सहित नारीत्व का जश्न मनाया गया।

सिजीमाली माइंस में, गुणपुर गांव के स्वयं सहायता समूहों को चप्पल बनाने, पेपर प्लेट बनाने और चावल मिलिंग के लिए मशीनरी प्रदान की गई, ताकी महिला उद्यमियों की आमदनी और सूक्ष्म उद्यम विकास को बढ़ावा मिले। वेदांता की कोयला खदानों के आसपास, विभिन्न गाँवों में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 2000 से ज्यादा महिलाओं के साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, नेतृत्व चर्चा और युवा लड़कियों के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण के सत्र हुए।

विशाखापत्तनम में इंटिग्रेटिड पोर्ट टर्मिनल वाइज़ैग जनरल कार्गो बर्थ (वीजीसीबी) ने स्वयं सहायता समूहों की 52 महिलाओं के साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया। इस अवसर पर वित्तीय साक्षरता सत्र और इंटरैक्टिव गेम हुए, जिनमें वित्तीय सशक्तिकरण और उद्यमशीलता पर बल दिया गया, जो महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता के लिए वीजीसीबी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

वेदांता एल्युमीनियम, वेदांता लिमिटेड का एक व्यवसाय है जो भारत का सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024 में भारत के आधे से अधिक एल्युमीनियम यानी 23.7 लाख टन का उत्पादन किया है। यह वैल्यू-ऐडेड एल्युमीनियम उत्पादों में अग्रणी है, जिनका कोर इंडस्ट्रीज़ में बेहद महत्वपूर्ण इस्तेमाल होता है। वैश्विक एल्युमीनियम उद्योग में एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असैसमेंट 2023 विश्व रैंकिंग में वेदांता एल्युमीनियम पहले स्थान पर है, यह उपलब्धि सतत विकास अभ्यास हेतु कंपनी की प्रतिबद्धता की परिचायक है। भारत में अपने विश्व स्तरीय एल्युमीनियम स्मेल्टर, एल्युमिना रिफाइनरी और बिजली संयंत्रों के साथ कंपनी धरती के हरेभरे कल के लिए ’भविष्य की धातु’ के रूप में एल्युमीनियम की उभरती एप्लीकेशंस को बढ़ावा देने के अपने मिशन पर निरंतर आगे बढ़ रही है।

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