National

कुवैत पहुंचने पर पीएम मोदी का हुआ भव्य स्वागत

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

कुवैत – भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत राज्य के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर दो दिवसीय यात्रा पर आज कुवैत पहुंच चुके हैं। यहां एयरपोर्ट पहुंचने पर कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्र शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबा , विदेश मंत्री अनब्दुल्ला अली अल-याह्या सहित कई अन्य मंत्रियों और गणमान्य व्यक्तियों ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। पीएम मोदी का यहां रेड कार्पेट वेलकम हुआ , उनके सम्मान में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और भारतीय कलाकारों ने पीएम मोदी के स्वागत में कथकली डांस परफॉर्म किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत सिटी के एक होटल में पहुंचने पर प्रवासी भारतीयों ने जोरदार स्वागत किया , पीएम मोदी ने भी उनका अभिवादन कर उनसे बातचीत की। प्रधानमंत्री ने कुवैत सिटी में भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात की। हाथों में तिरंगा थामे भारतीय मूल के लोगों का उत्साह भी इस दौरान देखने लायक रहा , प्रधानमंत्री से मिलकर भारतीय समुदाय के लोग बेहद खुश नजर आये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 101  वर्षीय पूर्व आईएफएस अधिकारी मंगल सैन हांडा से कुवैत में मुलाकात की। उनके बेटे दिलीप हांडा ने कहा कि हम पीएम मोदी के आभारी हैं। वहीं अरबी भाषा में भी प्रकाशित रामायण और महाभारत पुस्तक के प्रकाशक अब्दुल्ला लतीफ अलनेसेफ और रामायण-महाभारत को अरबी में अनुवाद करने वाले अब्दुल्ला बैरन ने कुवैत सिटी में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। इस दौरान तलीफ अलनेसेफ ने कहा मैं बहुत खुश हूं , यह मेरे लिये सम्मान की बात है। पीएम मोदी ने भी इससे खुश होते हुये कहा कि ये पुस्तकें बहुत महमत्वपूर्ण हैं और उन्होंने (पीएम मोदी) दोनों पुस्तकों पर अपने हस्ताक्षर भी किये। पीएम मोदी ऐसे समय में कुवैत की यात्रा कर रहे हैं जब दो सप्ताह पहले सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन का पतन हो गया और गाजा में इजराइल के हमले जारी है। यह कुवैत यात्रा 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की खाड़ी देश की पहली यात्रा है जो दोनो देशों के बीच गहरे और बढ़ते संबंधों को रेखांकित करती है। चार दशक से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा है , आखिरी बार पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी वर्ष 1981 में कुवैत के दौरे पर पहुंचीं थीं , वहीं तत्कालीन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी वर्ष 2009 में इस पश्चिम एशियाई देश के दौरे पर पहुंचे थे। विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस यात्रा से भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय संबंधों का एक नया अध्याय शुरू होने की उम्मीद है।‌ उसके अनुसार इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा , व्यापार और अन्य क्षेत्रों में साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा होगी। पीएम मोदी ने इस दौरे को लेकर कहा कि कुवैत के साथ भारत के ऐतिहासिक संबंध बेहद महत्वपूर्ण हैं और यह रिश्ता ना सिर्फ बिजनेस और ऊर्जा के क्षेत्र में बल्कि पश्चिम एशिया में शांति , सुरक्षा , स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिये भी अहम है। भारतीय प्रधानमंत्री मोदी अपने दो दिवसीय कुवैत दौरे में कुवैत के टॉप लीडर्स से मुलाकात और कुवैती क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री से भी बातचीत करेंगे। दोनों देशों के बीच होन वाली बैठकों में व्यापार , इनवेस्टमेंट , एनर्जी , कल्चर जैसे क्षेत्रों में संबंधों की समीक्षा की जा सकती है। प्रधानमंत्री मोदी भारतीय ब्लू-कॉलर श्रमिकों के एक श्रमिक शिविर का भी दौरा करेंगे और भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम को संबोधित करने के अलावा गल्फ कप फुटबॉल टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह में भी भाग लेंगे। बताते चलें कि कुवैत में करीब दस लाख भारतीय प्रवासी रहते हैं , जो वहां का सबसे बड़ा प्रवासी समूह है। ये समुदाय कुवैत की अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देता है। कुवैत के स्वास्थ्य और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में भारतीयों की अहम भूमिका है।

पीएम मोदी के कल का शेड्यूल

अपने कुवैत प्रवास के दूसरे दिन कल रविवार को सुबह दस बजे बायान पैलेस में पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जायेगा , इसके बाद वे साढ़े दस बजे कुवैत के अमीर से और ग्यारह बजे कुवैत के क्राउन प्रिंस से मुलाकात करेंगे। पूर्वान्ह साढ़े ग्यारह बजे पीएम मोदी कुवैत के प्रधानमंत्री से मुलाकात और उसके बाद एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगे। इसके बाद वे दोपहर एक बजे प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। यहां आयोजित सभी कार्यक्रमों की समाप्ति के पश्चात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोपहर साढ़े तीन बजे कुवैत से दिल्ली के लिये प्रस्थान कर रात्रि दस बजे वायुसेना स्टेशन पालम , दिल्ली पहुंच जायेंगे।

Related Articles

Back to top button