Chhattisgarh

लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है पत्रकारिता – मुख्यमंत्री साय

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

बिलासपुर, 23 नवंबर – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज अपने बिलासपुर प्रवास के दौरान लखीराम आडिटोरियम में दैनिक नवप्रदेश समाचार पत्र समूह के बिलासपुर संस्करण के दसवें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में शामिल हुये। मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है और इसका महत्व तभी सार्थक होता है , जब यह समाज के हर वर्ग की आवाज को सामने लाये। आज इस कार्यक्रम में हर विधा के प्रतिष्ठित लोगों का सम्मान सामाजिक सरोकारों की कसौटी है।

समारोह में मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रतिभाशाली व्यक्तियों को शाल व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। इनमें बिरहोर समाज के उत्थान के लिये उत्कृष्ट कार्य करने वाले जशपुर निवासी सरल हृदय के धनी पद्मश्री जागेश्वर यादव , साहित्यकार डॉ. सतीश जायसवाल , सी.वी. रमन विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ अरविन्द तिवारी , कत्थक नृत्यगुरु सुश्री वासंती वैष्णव , वरिष्ठ पत्रकार नथमल शर्मा , कवि एवं साहित्यकार रामकुमार तिवारी , व्यवसाय जगत के कमल सोनी , सेवाकार्य से जुड़े पीयूष श्रीवास्तव , वरिष्ठ पत्रकार सुशील शुक्ला , संस्कार अग्रवाल , विक्रम सिंह ठाकुर एवं बिलासपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष इरशाद अली शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने जशपुर के छोटे से गांव के रहने वाले पद्मश्री से विभूषित जागेश्वर यादव की प्रशंसा करते हुये कहा कि उन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले बिरहोर जनजाति वर्ग के उत्थान में लगा दिया। वे पैदल ही बिरहोर बहुल गांवों में जाकर शासन की योजनाओं की जानकारी देते हैं और उन्हें जागरूक करने का कार्य करते रहे हैं। जशपुर , रायगढ़ , कोरबा सहित अन्य जिलों में वे काफी लोकप्रिय हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में नवप्रदेश संस्था व कल्याणी संस्था के मध्य नशामुक्ति के प्रति जनजागरूकता हेतु एमओयू किया गया। वहीं उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि आज के समय मे प्रिंट मीडिया का काम चुनौती पूर्ण है , उन्होंने नवप्रदेश के बिलासपुर संस्करण के दसवें स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनायें दी। उपमुख्यमंत्री साव ने समारोह में सम्मानित होने वाले प्रतिभाशाली व्यक्तियों को भी शुभकामनायें देते हुये उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

Related Articles

Back to top button