दिल्ली में छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति की झलक, राज्य दिवस समारोह में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन
रायपुर, 20 नवंबर । देश की राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 43वें भारत अंतरर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में छत्तीसगढ़ राज्य दिवस समारोह ने लोगों को छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति और कला से परिचित कराया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ राज्य दिवस समारोह का शुभारंभ किया और छत्तीसगढ़ पवेलियन में कलाकारों को प्रोत्साहित किया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ को “संभावनाओं की भूमि” बताया और कहा कि यह राज्य अब “सशक्त भारत” के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास, कृषि में नवाचार, और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की पहलों का उल्लेख किया।
सांस्कृतिक संध्या में छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों ने विभिन्न उत्सवों और तीज-त्योहारों पर किए जाने वाले नृत्यों की प्रस्तुति दी, जिसमें गौरा-गौरी, भोजली, राउत नाचा, सुआ, और पंथी जैसे पारंपरिक लोक नृत्य शामिल थे।
इस अवसर पर कई उच्च अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें छत्तीसगढ़ की इन्वेस्टमेंट कमिश्नर ऋतु सैन, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, संस्कृति विभाग के सचिव अन्बलगन पी, और अन्य शामिल थे।