Chhattisgarh

उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत असाक्षरों का सर्वे जारी

कलेक्टर ने सरगुजा जिले को पूर्ण साक्षर बनाने साक्षरता कार्यक्रम में भाग लेने आमजन से की अपील

अम्बिकापुर । कलेक्टर विलास भोसकर के मार्गदर्शन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत नूतन कंवर के नेतृत्व में सरगुजा जिले में संचालित नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत सरगुजा जिले में शिक्षा की मुख्य धारा से कटे 15 वर्ष आयु वर्ग से अधिक के नागरिकों को शिक्षा के महत्व से अवगत कराया जा रहा है।

कार्यक्रम के विषय में जानकारी देते हुए जिला परियोजना अधिकारी गिरीश गुप्ता ने बताया कि उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम का उद्देश्य बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान, 15 वर्ष से अधिक उम्र के असाक्षरों को 200 घण्टे का अध्यापन कराकर नवसाक्षर बनाना है। साथ ही वित्तीय साक्षरता, कानूनी साक्षरता, डिजीटल साक्षरता, पर्यावरण साक्षरता, मतदान साक्षरता, आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य जागरूकता, परिवार कल्याण आदि महत्वपूर्ण सामाजिक दायित्वों को सिखाना, व्यवसायिक कौशल का विकास करना, समतुल्यता कार्यक्रम के तहत प्रारंभिक एवं मध्य स्तर की समतुल्यता प्रदान करना, नवसाक्षरों को रोजगार प्रदान करना तथा कला विज्ञान प्रौद्योगिकी, संस्कृति, खेल, मनोरंजन जैसे कार्यक्रमों से जोड़ना है। कार्यक्रम के महत्व को ध्यान में रखते हुए जिले में प्रारंभिक सर्वे का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। इसके अंतर्गत रंगोली के माध्यम से वातावरण निर्माण करते हुए संत हरकेवल शिक्षा महाविद्यालय अम्बिकापुर के छात्रों में कार्यक्रम के प्रति उत्साह और जुड़ाव लाने का प्रयास किया गया। इसके तहत स्नातक स्तर के छात्रों का बताया गया कि असाक्षरों को साक्षर करना हमारा समाजिक दायित्व है, नवयुवकों को अशिक्षा रूपी गुलामी की बेड़ी काटने के लिए आगे आना होगा।

इसी कड़ी में जिले भर में असाक्षरों के सर्वे का कार्यक्रम युद्ध स्तर पर संचालित किया जा रहा है, जिसमें स्कूली छात्रों को जोड़ते हुए उन्हें अपने आस-पास के असाक्षरों को साक्षर करने का दायित्व सौंपा जा रहा है। विद्यालय स्तर के छात्रों को राज्य सरकार द्वारा इस विषय में आश्वस्त किया गया है कि यदि 01 बच्चा 10 असाक्षरों को साक्षर करता है तो उसे बोर्ड परीक्षा में 10 अंक अतिरिक्त बोनस के रूप में दिया जाएगा। इससे छात्रों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है, ज्ञात हो कि उल्लास कार्यक्रम जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत में संचालित किया जा रहा है। तथा नगरीय क्षेत्रों में प्रत्येक वार्डों में वालेन्टियर के माध्यम से कार्यक्रम संचालित हो रहा है। 

कलेक्टर भोसकर ने लोगों का आह्वान किया है कि अपने क्षेत्र को साक्षर करना प्रत्येक नागरिक का नागरिक दायित्व है, इसलिए हर उस व्यक्ति को, वो चाहे व्यापारी हो, कलाकार हो, छात्र हो, गृहिणी हो, आगे बढ़कर आना चाहिए और सरगुजा जिले को पूर्ण साक्षर बनाने में अपने दायित्व का निर्वहन करना चाहिए। 

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