फ़िज़ियोथेरेपी एडवांस रूप में शारीरिक पुनर्वास समस्याओं के निराकरण के साथ मस्तिष्क और मानसिक अवसाद , तनाव आदि में भी लाभ प्रद

फिजियोथेरेपी अक्सर शारीरिक सुधार और पुनर्वास से जुड़ी होती हैं, इसके लाभ सिर्फ शरीर तक ही सीमित नहीं हैं यह मस्तिष्क के लिए भी बेहद फायदेमंद होती है। फिजियोथैरेपी विशेष रूप से मस्तिष्क को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्वास्थ्य देखभाल के लिए यह समग्र दृष्टिकोण शारीरिक और संज्ञानात्मक कल्याण के बीच संतुलन बनाए रखता है।
फ़िज़ियोथेरेपी के कुछ तकनीक शारीरिक और संज्ञानात्मक कल्याण के बीच संतुलन बनाए रखता है।
मस्तिष्क के कार्य क्षमता को बढ़ावा देता है
फिजियोथेरेपी में अनुरूप व्यायाम, तकनीक और हस्तक्षेप शामिल हैं जो समग्र स्वास्थ्य और कार्यक्षमता को बढ़ावा देते हैं। जब व्यक्ति इन अभ्यासों में संलग्न होते हैं, तो उनका मस्तिष्क विभिन्न तरीकों से उत्तेजित होता है। सबसे पहले, प्रक्रिया कंसंट्रेशन और कोऑर्डिनेशन की मांग करती है, जो स्मृति और समस्या-समाधान जैसे संज्ञानात्मक स्किल्स को बढ़ावा देती है
फिजियोथेरेपी मरीज को बेहतर होने और रिकवरी का होप देती है। यदि कोई व्यक्ति शारीरिक चोट का शिकार हो चुका है और उन्हें शारीरिक गतिविधियों को करने में कठिनाई होती है तो ऐसे में फिजियोथेरेपी उन्हें धीरे-धीरे एक्टिव होने में मदद करती है। वे अपनी बॉडी को मूव कर पाते हैं इससे मस्तिष्क को एक पॉजिटिव एनर्जी मिलती है। जो आपको हार न मानने की हिम्मत देती है।