Chhattisgarh

सफलता की कहानी : बबिता ने पाई नयी जिंदगी, चिरायु दल को मिली एक और बड़ी सफलता

जशपुरनगर । कांसाबेल विकासखंड  के  बैगम्बा प्राइमरी स्कूल की कक्षा 4 थी की छात्रा बबिता बाई उम्र 10 वर्ष पिता जमेश राम को पिछले कई दिनों से सांस लेने में तकलीफ, जल्दी थकान महसूस होती थी और बाकि बच्चों की तुलना में कम एक्टिव रहती थी।

चिरायु दल अपने फील्ड दौरा के दौरान स्वास्थ्य जांच में बच्चे में सी. एच. डी . बीमारी (कांजेनाइटल हार्ट डीसीस) होना पाया गया और उसके परिवार व शिक्षको को बच्चे के बीमारी से अवगत कराया गया कि बच्चे के दिल में छेद है। बीमारी की कन्फर्मेशन टेस्ट के लिए चिरायु दल द्वारा जशपुर जिला अस्पताल में आवश्यक टेस्ट कराया गया। इको रिपोर्ट में सी. एच.डी. बीमारी कन्फर्म पाया गया। बच्चे को सी .एच. डी. इलाज के लिए सरकार की महत्वपूर्ण चिरायु योजना  से रायपुर के एस .एम.सी.अस्पताल में सर्जरी हेतु भर्ती कराया गया| 25 जनवरी 2024 को कुशल डोक्टरों द्वारा सफलतापूर्वक सर्जरी किया गया। आज बबिता बिलकुल स्वस्थ है और अपने कक्षा के अन्य बच्चों की तरह खेल कूद रही है और पढाई कर रही है। 

बबिता और बबिता जैसे कई बच्चे सरकार की योजना से लाभान्वित हो रहे और स्वस्थ खुशहाल जीवन पा रहे है। जिले के चिरायु दल के द्वारा स्कूलों एवं आगनबाडी केन्द्रों में जाकर ऐसे बच्चो को स्क्रीनिंग के माध्यम से चिन्हांकित कर उनके सफल इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। दुरस्त अंचल के व गरीब परिवार इस योजना से लाभान्वित हो रहे है।

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