Chhattisgarh

छत्तीसगढ़: गरज-चमक के साथ पड़ेंगी बौछारें, अगले पांच दिनों तक मिलेगी भीषण गर्मी से राहत; प्रदेश में भी दिख रहा चक्रवात का असर

रायपुर। प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक बादल और बारिश के हालात रहेंगे। राज्य में कहीं-कहीं पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी। बस्तर संभाग के कई स्थानों पर शनिवार को भी हल्की वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो दिनों में दिन के तापमान में थोड़ी वृद्धि होगी। इसके बाद पारा गिरेगा। मई का पहला पखवाड़ा खत्म होने में अभी पांच दिन बाकी हैं। इन पांच दिनों में भीषण गर्मी से राहत रहेगी। समुद्र से आ रही नमी के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में अंधड़ चलने और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

मौसम विभाग ने बताया, शनिवार को बस्तर संभाग के बस्तर, कोंडागांव, दंड़ेवाड़ा और सुकमा में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। इस दौरान कहीं-कहीं पर तेज गर्जना के साथ अंधड़ भी चल सकती है। रायपुर में हल्के बादल रहेंगे। 12 मई को रायपुर और बस्तर संभाग के ज्यादातर हिस्सों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 13 मई से बारिश, अंधड़ और गरज-चमक पड़ने की गतिविधियों में वृद्धि होगी। इसका असर राज्य के सभी संभागों में नजर आएगा। इस वजह से दिन के तापमान में गिरावट आएगी। 15 मई तक प्रदेश में यह हालात रहेंगे। तापमान गिरने से गर्मी कम हो जाएगी।

हालांकि शुक्रवार को भी राज्य में गर्मी से थोड़ी राहत रही। राज्य के ज्यादातर जगहों पर दिन का तापमान सामान्य से नीचे रहा। रायपुर में पारा 38.5 डिग्री रहा। यह सामान्य से 2.6 डिग्री नीचे है। बिलासपुर, अंबिकापुर, पेंड्रारोड, जगदलपुर आदि सभी स्थानों पर दिन का तापमान 40 डिग्री से कम और सामान्य से चार डिग्री तक नीचे रहा। इस वजह से शुक्रवार को दिन में गर्मी थोड़ी कम रही।

उत्तर-पश्चिम राजस्थान के ऊपर एक चक्रवात है। यहां से मध्यप्रदेश, झारखंड, प. बंगाल होते हुए दक्षिण असम तक एक द्रोणिका है। मप्र तथा आसपास 1.5 किमी की ऊंचाई पर एक चक्रवात है। इन सिस्टम की वजह से समुद्र से नमी आ रही है। राजस्थान और मध्यप्रदेश में इस वजह से बारिश हो रही है। छत्तीसगढ़ में भी इसका असर दिख रहा है।

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