वन्य जीवो को देखकर आल्हादित हुए शा.पू.मा. शाला सेंदरी के बच्चे, जाना जीवो के बारे में

जांजगीर, 17 जनवरी । शासकीय नवीन पूर्व माध्यमिक शाला के विद्यार्थियों को शैक्षिक भ्रमण के लिए कानन पेंडारी एवं कोटमीसोनार ले जाया गया। जिसका नेतृत्व प्रधान पाठक श्री रहंस लीला कश्यप एवं मार्गदर्शक शिक्षक श्री उमेश कुमार राठौर, उमेश कुमार दुबे एवं सहयोगी शिक्षक ज्ञानेश्वरी भैना, रितेश गोयल थे। इसमें कमलेश्वरी पाण्डेय, लोकेश पाण्डेय, परमानंद, बंसीलाल आदि का सहयोग रहा ।

भ्रमण हेतु कक्षा छठवीं, सातवीं, आठवीं के बच्चों को ले जाया गया, जहां बच्चें बड़े ही कौतूहल और उत्साह से विभिन्न प्रकार के जीव जंतुओं का अवलोकन कर उनके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की । बच्चों ने कानन पेंडारी में कई प्रकार के जीवो को देखा और उनके आवासीय पर्यावरण के बारे में अपने विज्ञान शिक्षिका एवं मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण से सम्मानित ज्ञानेश्वरी भैना जी से मार्गदर्शन प्राप्त किया। बच्चों ने खाद्य श्रृंखला के सर्वोच्च स्तर पर विराजित बाघ जैसे जीव के बारे में अपने शिक्षक उमेश कुमार राठौर एवं उमेश कुमार दुबे जी से जानकारी प्राप्त की शिक्षकों ने उनके हर प्रश्नों का सरल रूप में जवाब दिया। कानन पेंडारी में स्वच्छंद रूप से विचरण करते हुए हिरण के बारे में विद्यालय के श्री रहस्य लीला कश्यप जी एवं लोकेश पांडेय जी के द्वारा बच्चों को जानकारी प्रदान की गई। इसी प्रकार से सांप को देखकर बच्चे बड़े ही आश्चर्यचकित हुए कि उन्हें किस प्रकार से इस छोटी सी जगह में रखा गया होगा। विद्यालय की शिक्षिका श्रीमती कमलेश्वरी पांडेय जी ने सर्प के विषय में बहुत सारी जानकारी बच्चों को प्रदान की।

कानन पेंडारी के बाद बच्चे क्रोकोडाइल पार्क कोटमी सोनार गए जहां मगरमच्छों को विचरण करते हुए उन्होंने अपनी आंखों से देखा। बच्चों ने मगरमच्छ के बारे में विद्यालयों के शिक्षकों से जाना और यह भी जाना कि किस प्रकार से इन जीवों का संरक्षण यहां किया जा रहा है। बच्चे बड़े ही अनुशासित रूप से इन वन्य जीवों को देख रहे थे इस प्रकार उनकी यह यात्रा पर्यावरण को समर्पित रही जो अपने आप में महत्वपूर्ण उनके ज्ञान के विकास में सहायक सिद्ध हुई ।