देश के सभी ग्राम पंचायत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य, शुक्रवार को पीएम मोदी करेंगे अभियान का शुभारंभ

नई दिल्ली। दुनिया को 2030 तक टीबी से मुक्त करने के वैश्विक लक्ष्य को लेकर भारत ने भी प्रतिबद्धता के साथ कदम बढ़ाया है। केंद्र सरकार देश की प्रत्येक ग्राम पंचायत को 2025 तक इस बीमारी से पूरी तरह छुटकारा दिलाने के लिए ‘टीबी मुक्त पंचायत’ अभियान चलाने जा रही है।

पीएम मोदी वाराणसी से करेंगे शुभारंभ

इसका शुभारंभ विश्व टीबी दिवस पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से करेंगे। स्वस्थ ग्राम पंचायतों के लक्ष्य को धरातल पर उतारने के लिए पंचायतीराज मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने साझेदारी के साथ अभियान चलाने का निर्णय लिया है।

बता दें कि सेंट्रल टीबी डिवीजन के साथ मिलकर इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की रूपरेखा तय कर ली गई है। प्रधानमंत्री शुक्रवार को वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से इस अभियान के शुभारंभ के साथ ही वन व‌र्ल्ड टीबी समिट को भी संबोधित करेंगे। अभियान के संबंध में पंचायतीराज मंत्रालय के सचिव सुनील कुमार की ओर से सभी राज्यों को दिशा-निर्देश संबंधी पत्र जारी किया जा चुका है।

जनभागीदारी और जागरुकता पर जोर

इसमें स्पष्ट किया गया है कि किस तरह से प्रत्येक ग्राम पंचायत में टीबी से मुक्ति के लिए जनभागीदारी बढ़ाते हुए जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाने हैं। वैसे जनभागीदारी के जरिए पहले ही एक निक्षय कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसमें कोई भी व्यक्ति या संस्थान टीबी रोगियों के इलाज और खानपान की जिम्मेदारी ले सकता है। देश में फिलहाल लगभग 22 लाख टीबी रोगी हैं और लगभग आधे की देखभाल निक्षय के जरिए हो रहा है।