हाथी ने केले के खेत और नारियल के पेड़ों को रौंदा, बाल-बाल बचे हाथी मित्र….

राजिम ,25 जनवरी  बीते रात फिंगेश्वर के घटारानी मार्ग में गजराज वाहन दल और हाथी मित्र एक बड़ी दुर्घटना से बाल बाल बचे. फिंगेश्वर वन परिक्षेत्र में तकरीबन महीने भर से एक दंतैल हाथी घने जंगल में डेरा जमाए हुए हैं. दिन में जंगलों में रहने के बाद देर शाम होते ही आस पास के ग्रामीण क्षेत्र में पहुंचने से ग्रामीण काफी डरे सहमे से हैं. बीते रात घटारानी जंगल के समीप देर शाम सर्चिंग दल जंगलों में निगरानी कर समीप बूढ़ा देव मंदिर में रात्रि विश्राम कर रहे थे. दंतैल हाथी ने देर रात तकरीबन 12 बजे मंदिर के भीतर ही दबिश दे दी.

हाथी मित्र और गजवाहन दल ने बड़े ही नम्रता से हाथी से अनुनय विनय कर जंगल वापस जाने निवेदन किया. थोड़ी देर में हाथी मंदिर से निकलकर समीप लगे ग्राम जमाही में पहुंचे. यहां किसान के खेत से केला खाने के बाद नारियल के पेड़ों को रौंदा. रात 3 बजे जंगल की ओर रुख करने के बाद निगरानी में लगे हाथी मित्र और गजवाहन दल ने एक बड़ी दुर्घटना से बचने के बाद राहत की सांस ली. वर्तमान में हाथी रात में ग्राम जमाही में आतंक मचाने के बाद समीप के जंगल में है. मौके पर मुस्तैद वन अमले ने ग्रामीणों को जंगल की ओर नहीं जाने की चेतावनी दी है.