15 दिन लड़ी फिर जिंदगी की जंग हार गयी तिलकी: खटिया में बांधकर ननद और उसके बच्चों ने लगा दी आग

हजारीबाग ,23 जनवरी I 15 दिनों तक चली जिंदगी के लिए जंग में तिलकी देवी हार गयी। उनके शरीर का लगभग 70 फीसदी हिस्सा जल चुका था। तिलकी देवी ने मरने से पहले बयान दिया था कि उसकी ननद हरजीत कौर ने अपने बच्चों के साथ मिलकर उसे खटिया में बांध दिया। पड़ोस के एक नाबालिग लड़के पर आरोप लगा कि उसने तिलकी देवी के साथ रेप की भी कोशिश की। उसे खटिया में बांधकर आग लगा दिया गया।

घटना चरही थाना क्षेत्र के उंटमरवा टोला की है 7 जनवरी को इस घटना को अंजाम दिया लगभग 15 दिनों तक तिलकी जिंदगी के लिए मौत से लड़ती रही लेकिन 15 दिन बाद वह जिंदगी की जंग हार गयी। रिम्स में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। तिलकी देवी का प्रारंभिक इलाज हजारीबाग के सदर अस्पताल में किया गया। तिलकी देवी की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मृतिका का अंतिम संस्कार उसके मायके में किया गया।

इस मामले में चरही थाना प्रभारी देवेन्द्र कुमार ने जांच शुरू कर दी है। फॉरेंसिक टीम भी इस मामले में सबूत इकट्ठा कर रही है। चरही थाना प्रभारी ने कहा, फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है। अभी हम सबूत इकट्ठा कर रहे हैं। आरोपियों से पूछताछ की गयी है, तिलकी ने मौत से पहले जिनके नाम लिए थे उनसे भी पूछताछ की गयी है। ननद हरजीत कौर रामगढ़ के एक निजी स्कूल में पढ़ाती है। पुलिस ने अब तक इन्हें हिरासत में नहीं लिया है। पुलिस मृतिका के भाई बैजनाथ प्रजापति और उसके पति सरदार परमजीत सिंह से पूछताछ कर रही है। इस मामले में कोई बड़ा खुलासा हो सकता है।