एमपीआरडीसी ने फिर निकाले टेंडर: उज्जैन-मक्सी रोड पर 89 हजार रु. रोज में टोल ठेका लिया, वसूली 65 हजार रु. ही, छोड़ा ठेका

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उज्जैन5 मिनट पहले
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उज्जैन-मक्सी रोड के कायथा में टोल वसूली का ठेका लेने वाली कंपनी ने ठेका छोड़ दिया है।
उज्जैन-मक्सी रोड के कायथा में टोल वसूली का ठेका लेने वाली कंपनी ने ठेका छोड़ दिया है। अब एमपीआरडीसी को आउटसोर्स के कर्मचारियों से वसूली करवाना पड़ रही है। ठेका देने के लिए टेंडर भी निकालना पड़ा है। यह जिले का पहला मार्ग है, जहां केवल कमर्शियल व भारी वाहनों से ही टोल वसूली की जा रही है।
जिले में उज्जैन-जावरा टू लेन और उज्जैन-इंदौर फाेरलेन मार्ग पर टोल टैक्स नाके हैं। जुलाई में एमपीआरडीसी ने उज्जैन से टू लेन से थोड़े कम चौड़े मार्ग पर भी टोल टैक्स वसूली शुरू करवाई थी। खासियत यह थी कि कुल 36.50 किमी लंबे इस मार्ग से गुजरने वाले केवल कमर्शियल व भारी वाहनों से टोल वसूली शुरू करवाई गई। बसों व यात्री वाहनों से नहीं। टोल वसूली के लिए शासन ने मेसर्स केटी कंस्ट्रक्शन लिमिटेड इंदौर से मई 22 में अनुबंध किया था।
इसके तहत टोल एजेंसी को शासन को हर वर्ष 3 करोड़ 25 लाख रुपए यानी रोज के करीब 89 हजार रुपए देना थे। इसके अतिरिक्त होने वाली आय कंपनी की रहती लेकिन अनुबंध करने वाली कंपनी के लिए यह सौदा घाटे का साबित हुआ। कंपनी को इस मार्ग से रोज का 60 से 65 हजार रुपए तक ही टोल मिल पाया। लिहाजा कंपनी ने अनुबंध समाप्त कर लिया यानी ठेका छोड़ दिया।
पुन: ठेका देने टेंडर निकाले, जल्द खुलेंगे
“उज्जैन-मक्सी रोड के कायथा टोल नाके पर टोल वसूलने वाली कंपनी ने अनुबंध खत्म कर लिया है। फिलहाल नाके पर आउटसोर्स के कर्मचारियों से वसूली करवाई जा रही है। पुन: ठेका देने के लिए टेंडर भी निकाले गए हैं। जल्द ही टेंडर खुलेंगे।”
-अभिषेक गोखरू, एजीएम, एमपीआरडीसी
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