राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज भोपाल में: कई प्रोजक्‍ट्स का करेंगी वर्चुअल शिलान्‍यास; रातापानी अभयारण्य में 18 महीने में तैयार हो जाएगा फोरलेन, मप्र में आज से पेसा एक्ट

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भोपाल36 मिनट पहले

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू - Dainik Bhaskar

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

भोपाल से नागपुर मार्ग पर रातापानी अभयारण्य में फोरलेन सड़क 18 महीने में बनकर पूरी हो जाएगी। रातापानी अभयारण्य से गुजरने वाले एनएच-69 में ओबेदुल्लागंज से बुदनी के बीच केंद्र सरकार से फारेस्ट का क्लीयरेंस न मिलने से 12 किमी मार्ग का काम अटका हुआ था, जिसे केंद्र की मंजूरी मिल गई है, जिसका वर्चुअल शिलान्यास राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी।

वे दो दिवसीय प्रवास पर मंगलवार को मप्र आ रही है। राष्ट्रपति 15 नवंबर को शहडोल के लालपुर में जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगी। कार्यक्रम में प्रदेश में पेसा एक्ट को आधिकारिक तौर पर लागू किया जाएगा। राष्ट्रपति मुर्मू इसी दिन भोपाल में राजभवन से रातापानी, ओबेदुल्लागंज-इटारसी राजमार्ग को फोरलेन किए जाने और डीआरडीई ग्वालियर की लैबोरेटरी का वर्चुअल शिलान्यास करेंगी।

उनका राष्ट्रपति बनने के बाद मप्र का यह पहला दौरा है। राष्ट्रपति बुधवार को मोतीलाल नेहरू स्टेडियम भोपाल में महिला स्व-सहायता समूह सम्मेलन में सम्मलित होंगी। भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगे।

भोपाल, नर्मदापुरम, बैतूल और नागपुर की कनेक्टिविटी बेहतर होगी
यह भारतमाला परियोजना में एनएच-46 (पुराने एनएच-69) ओबेदुल्लागंज से बैतूल इंटर कोरिडोर मार्ग का एक हिस्सा है, जो भोपाल से नागपुर को कनेक्टिविटी देता है। इस मार्ग का 12.38 किमी मार्ग रातापानी वन्य-जीव अभ्यारण्य में आता है, जो भोपाल-नागपुर कॉरिडोर का अधूरा भाग है।

राजमार्ग के निर्माण में 417 करोड़ 51 लाख रुपए की लागत आएगी। इस मार्ग को चौड़ा करने से वन्य प्राणियों के आवागमन पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए 100 मीटर, 420 मीटर, 1226 मीटर और दो 65 मीटर के पांच अंडरपास बनाए जा रहे हैं।

परियोजना में एक माइनर ब्रिज और वाहनों के गुजरने के लिए दो अंडरपास भी बनाए जाएंगे। इस परियोजना के पूरे होने से भोपाल, नर्मदापुरम, बैतूल और नागपुर की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। रातापानी अभ्यारण्य और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व तक बेहतर आवागमन से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

डीआरडीई लैब – खतरनाक वायरस पर रिसर्च होगी, बचने की तकनीक भी खोजेंगे
रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना (डीआरडीई) की नई बीएसएल-4 लैब के निर्माण की शुरुआत होगी। इस पर 300 करोड़ रु. खर्च होंगे। यह देश की पहली ऐसी लैब होगी, जिसमें रिसर्च के लिए आधुनिक उपकरण रहेंगे, जिसमें कोरोना जैसी महामारी के बाद मनुष्य को नुकसान पहुंचाने वाले वायरसों पर रिसर्च होगी। साथ ही इनसे बचने की तकनीक भी विकसित की जाएगी।

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