सर्वर डाउन होने पर ऑफलाइन होगी खाद की बिक्री: किसानों को आधार और मूल भू-अधिकार पुस्तिका जमा कर दिया जाएगा ऑफलाइन खाद

[ad_1]

सागर17 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
प्रतिकात्मक फोटो। - Dainik Bhaskar

प्रतिकात्मक फोटो।

किसानों के लिए अच्छी खबर है। खाद वितरण केंद्रों पर यदि सर्वर डाउन हुआ और पीओएस मशीन नहीं चलती है तो अब किसानों को ऑफलाइन खाद का भी वितरण किया जाएगा। ऑफलाइन खाद का वितरण करने के लिए किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग ने निर्देश जारी कर दिए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि किसानों को सर्वर डाउन होने पर भी खाद का वितरण किया जाए। यह वितरण ऑफलाइन करने की व्यवस्था सभी केंद्रों पर की जाए। उर्वरक विक्रय पीओएस मशीन से किया जाता है। ऐसे में सर्वर डाउन होने पर भी विक्रताओं द्वारा किसानों को उर्वरक विक्रय करने के लिए एसओपी जारी की गई है। इसमें सर्वर डाउन होने के कारण पीओएस मशीन काम नहीं करने पर किसानों को उर्वरक विक्रय ऑफलाइन किया जाएगा।

इसके लिए पूरी जानकारी रजिस्टर में संधारित की जाकर किसानों से आधार और मूल भू-अधिकार पुस्तिका जमा कराई जाएगी। पीओएस मशीन शुरू होने पर ऑफलाइन विक्रय मात्रा को संबंधित किसान को बुलाकर पीओएस से विक्रय किया जाकर आधार व मूल भू-अधिकार पुस्तिका किसान को वापस लौटाई जाएगी। हर किसान को प्रति माह 50 बैग उर्वरक दिए जाने के निर्देश हैं। वहीं सर्वर डाउन होने की स्थिति में किसानों को किए गए उर्वरक विक्रय का पूर्ण रिकार्ड संधारण किया जाएगा। जिससे विक्रय की गई मात्रा का सत्यापन किया जा सके।
सागर जिले को आज मिलेगी यूरिया की रैक
सागर में अब किसानों को जरुरत के हिसाब से खाद मिल पा रहा है। शुरुआत में खाद की मारामारी हुई थी। जिसके बाद विरोध की स्थिति बनी थी। किसानों ने चक्काजाम कर प्रदर्शन भी किया था। जिसके बाद प्रशासन ने कमान संभाली और जिले में यूरिया, डीएपी, एनकेपी खाद की उपलब्धता कराई। वर्तमान स्थिति में जिले में 20 हजार टन डीएपी उपलब्ध हो चुका है। जिले के सभी भंडारण केंद्रों पर डीएपी किसानों के लिए है। इसके साथ ही एनकेपी खाद भी जिले में उपलब्ध है।

वहीं यूरिया वर्तमान स्थिति में जिले के 5 डबल लॉक में उपलब्ध है। गौरझामर, शाहगढ़, गढ़ाकोटा, बीना और मालथौन में केंद्रों से किसानों को यूरिया मिल रहा है। जिला विपरण संघ अधिकारी राखी रघुवंशी ने बताया कि सोमवार शाम तक यूरिया की एक और रैक सागर पहुंच जाएगी। जिले में किसानों के लिए लगातार खाद उपलब्ध कराया जा रहा है। कहीं भी खाद की कमी नहीं है। किसान शांतिपूर्ण तरीके से खाद वितरण केंद्रों पर पहुंचकर अपनी जरूरत के अनुसार खाद ले सकते हैं।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button