खजाना दिलाने के नाम पर ठगी: बुजुर्ग ने खुदाई से पहले ही जमीन में गाड़े पीतल के बिस्किट और सिक्के; सुनार को दिखाने पर खुला राज

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शिवपुरी6 घंटे पहले

शिवपुरी में दफीना (गड़ा हुआ धन) निकालने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। एक बुजुर्ग ने चार युवकों को सोने के सिक्के और बिस्किट दिए। इसके पहले बुजुर्ग ने युवकों से पूजा के नाम पर 50 हजार रुपए लिए थे। यह सोना देने के बाद युवकों से और रुपए लेने की बात हुई थी। ठग युवकों को लाखों रुपए का चूना लगाने वाला था, इससे पहले चारों को सोने को लेकर शंका हुई। उन्होंने थाने में इसकी शिकायत की। पुलिस ने बुजुर्ग ठग को गिरफ्तार कर लिया।

पिछोर थाने के SI चेतन शर्मा ने बताया कि 90 वर्षीय बुजुर्ग ठग प्रीतम परिहार अशोकनगर जिले का रहने वाला है। 5 नवंबर को उसकी मुलाकात शिवपुरी जिले के पिछोर थाना क्षेत्र के गूगरी गांव के नीलेश पुत्र बाबूलाल लोधी (25) हुई। प्रीतम परिहार ने नीलेश को बताया था कि वह अशोकनगर जिले के गोविंद नगर स्थित माता के मंदिर का पुजारी है। उसे दफीना निकालने की सिद्धि प्राप्त है। वह इससे पूजा पाठ के जरिए गड़ा हुआ धन निकालने का काम करता है।

आरोपी ठग ने चार युवकों को सोने का बताकर पीतल के सिक्के और बिस्किट दिए। इसके पहले बुजुर्ग ने पूजा के नाम पर 50 हजार रुपए लिए थे।

आरोपी ठग ने चार युवकों को सोने का बताकर पीतल के सिक्के और बिस्किट दिए। इसके पहले बुजुर्ग ने पूजा के नाम पर 50 हजार रुपए लिए थे।

आधा-आधा बांटने पर बनी सहमति

प्रीतम परिहार ने नीलेश को बताया था कि उसके गांव में जमीन में धन गड़ा हुआ है। इसीलिए वह गांव में आया है, उसे धन को निकालने के लिए कुछ गांव के सहयोगियों की आवश्यकता है। पूजा-पाठ करने के लिए उसे कुछ रुपयों की भी आवश्यकता होगी। धन निकलने के बाद दोनों पक्ष आधा-आधा बांट लेंगे। निलेश को प्रीतम की बात पर पूरा भरोसा हो चुका था कि उसके गांव में धन गड़ा है, वह जल्द ही करोड़पति बनने वाला है। गड़े हुए धन को पाने की लालच में नीलेश ने प्रीतम परिहार को पूजा-पाठ की सामग्री लाने के लिए 50 हजार रुपए दे दिए।

दिन भर चली पूजा, रात में की खुदाई

प्रीतम परिहार 9 नवंबर को निलेश के घर गूगरी गांव पहुंचा। यहां दिनभर उसने अनेक प्रकार की पूजा का दिखावा किया। यह पूजा रात करीब 11 बजे तक जारी रखी। रात में नीलेश ने अपने तीन सहयोगी अखेराज लोधी, रामसिंह आदिवासी और महेंद्र पुरी को खुदाई के लिए बुला लिया। नीलेश और उसके सहयोगियों के साथ प्रीतम गांव के ठाकुर बाबा मंदिर पर पहुंचा। यहां अंधेरे में पांचों लोगों ने चबूतरे के पास खुदाई की। खुदाई के दौरान पांचों को जमीन से एक कलश मिला। इसमें सोने के सिक्के और सोने के बिस्किट मिल गए। सोना देखकर नीलेश और उसके सहयोगियों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

बुजुर्ग ठग प्रीतम परिहार ने युवकों को सोने के बिस्किट और सिक्के के नाम पर पीतल का सामान दिया। इन पर सोने का पानी चढ़ा है

बुजुर्ग ठग प्रीतम परिहार ने युवकों को सोने के बिस्किट और सिक्के के नाम पर पीतल का सामान दिया। इन पर सोने का पानी चढ़ा है

सोना मिलते ही दो लाख मांगे

सोना निकालने के बाद ठग प्रीतम परिहार ने नीलेश और उसके सहयोगियों से कहा कि अगर वह उसे दो लाख नकद दे देंगे तो वह इस सोने को उन्हें ही दे देगा। उसका काम दो लाख में चल जाएगा। पुजारी प्रीतम ने जब नीलेश से दो लाख की मांग की तो नीलेश ने पहले सोने को सुनार के यहां जांच कराने की बात कही। प्रीतम ने नीलेश के साथ सुनार के यहां जाने में आनाकानी की। इसके बावजूद नीलेश ने सोने के सिक्के व बिस्किट लेकर अपने परिचित सुनार के यहां पहुंचा।

आरोपी प्रीतम परिहार यह सिक्के और बिस्किट अशोकनगर के सुनार से 3500 रुपए में लाया था। सुनार ने इन पर सोने का पानी चढ़ा दिया था।

आरोपी प्रीतम परिहार यह सिक्के और बिस्किट अशोकनगर के सुनार से 3500 रुपए में लाया था। सुनार ने इन पर सोने का पानी चढ़ा दिया था।

पीतल पर चढ़वाया सोने का पानी

नीलेश के परिचित सुनार ने बताया कि यह सोने के बिस्किट और सिक्के नहीं है, बल्कि पीतल के हैं। इन पर सोने का पानी चढ़ा है। अपने साथ हुई ठगी की शिकायत नीलेश ने 10 नवंबर की शाम पिछोर थाने में दर्ज कराई। पिछोर थाना पुलिस ने आरोपी ठग प्रीतम परिहार के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उसे 11 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के पास से करीब एक किलो पीतल के सिक्के व बिस्किट भी बरामद किए।

खुदाई से पहले ही गाड़ दिए थे सिक्के

आरोपी प्रीतम परिहार ने बताया कि ठगी के लिए वह सिक्के और बिस्किट अशोकनगर से लाया था। वहां के सुनार ने 3500 रुपए में ये पीतल का सामन दिया। उस पर सोने का पानी चढ़ा दिया था। धन खोदने से पहले ही उसने इन्हें गड्‌ढा खोदकर गाढ़ दिया था। इसके बाद पूजा-पाठ का दिखावा किया। प्रीतम ने बताया कि वह करीब 10 साल से ऐसा कर रहा है। यह पहली बार है जब वह पकड़ा गया है। इसके पहले वह लूट में मिले सोने-चांदी के जेवर सुनार को बेचता था। इसमें लुटेरे उसे कुछ रुपए दे देते थे। इस मामले में एक बार जेल भी जा चुका है।

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