पत्नी और बच्चों को अंतिम संस्कार में जान से रोका: तेरहवीं में जाने के लिए SP ऑफिस पहुंचा परिवार, पुलिस ने दी सुरक्षा

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छतरपुर (मध्य प्रदेश)एक घंटा पहले
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छतरपुर में एक शख्स की मौत को बाद उसकी पत्नी और तीन बेटियों को अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने दिया। अब मां और तीनों बेटियां पिता के तीसरे में जाने के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंचे है। मां-बेटियों ने तेरहवीं में जाने के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग भी की है।
पिता की तेरहवीं में शामिल होने लगाई सुरक्षा की गुहार
छतरपुर SP ऑफिस पहुंचकर मृतक की पत्नी और तीन बेटियों ने अपने पिता की तेरहवीं में शामिल होने आवेदन दिया है। महिला का कहना है कि उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई जाए। बताया जा रहा है कि इस शख्स ने आपसी विवाद के चलते पत्नी और बेटियों को घर से निकाल दिया था। अब वो ही पिता की तेरहवीं में जाने को भटक रहीं हैं।
छतरपुर शहर का मामला
जानकारी के मुताबिक, मामला छतरपुर शहर सिविल लाइन थाना क्षेत्र के देरी रोड का है। यहां महिला सुनीता कुशवाहा के पति और 3 बच्चियों (प्रिंसी, गुंजन, लवली) के पिता मुकेश कुशवाहा की पिछले दिनों कुएं में डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद से बच्चियों के दादा, चाचा, और ताऊ इन्हें घर नहीं आने दे रहे हैं। सुनीता के साथ 2 नवंबर को मारपीट भी की गई, जिसकी थाने में FIR भी दर्ज की गई है।
पहले से परेशान, अब पिता का भी साया गया
दरअसल, माता-पिता की वजह से तीनों बच्चे भारी सामाजिक कष्ट भोग रहे हैं। इन बच्चियों के पिता ने तीन बेटियां होने की वजह से दूसरी शादी कर ली थी। उनकी मां को छोड़ दिया। इसके बाद बच्चे अपनी मां के साथ अलग से किराए के मकान में रह रहीं हैं। मां काम करके अपनी बच्चियों का बमुश्किल गुजर-बसर कर रही है।
हाल ही में मुकेश की मौत के चलते उसकी पत्नी और तीनों बच्चे अंतिम संस्कार में शामिल होने गए, तो उन्हें शामिल नहीं होने दिया। गाली-गलौच, मारपीट कर भगा दिया। जिससे अब वह तेरहवीं में शामिल होने SP ऑफिस आवेदन देकर पुलिस सुरक्षा की मांग कर रहीं हैं। वहीं पुलिस ने सुरक्षा देकर सहयोग की बात कही है।


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