रोपे गए पौधे लहलहा रहे: श्रमदान कर सीता पहाड़ी पर मटका पद्धति से सींच रहे पौधे

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डोईफोड़िया24 मिनट पहले
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बोदरली की सीता पहाड़ी पर अखिल विश्व गायत्री परिवार के वृक्ष गंगा अभियान के तहत अगस्त में 200 पौधे रोपे गए थे। पर्यावरण प्रेमी संजय राठौड़ हर रविवार अन्य सेवाभावियों के साथ यहां श्रमदान कर मटका पद्धति से पौधों की सिंचाई की जा रही है। पर्यावरण प्रेमियों की मेहनत से यहां रोपे गए पौधे लहलहा रहे हैं। इससे पूरी सीता पहाड़ी हरी-भरी नजर आ रही है। उनका यह प्रयास अन्य लोगों को भी पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित कर रहा है।
संजय राठौड़ ने बताया सीता पहाड़ी को हरा-भरा करने का संकल्प लेकर पौधों को मटका पद्धति से सींचने के लिए घर-घर से पुराने मटके एकत्र किए गए। इन्हें पौधों के पास लगाया गया है। हर रविवार पर्यावरण प्रेमी यहां पहुंचकर मटकों में पानी भरने के साथ श्रमदान कर रहे हैं। मटका पद्धति से सिंचाई किए जाने से पौधों के आसपास आठ दिन तक नमी बनी रहती है।
धीरे-धीरे पौधों की जड़ तक पानी पहुंचने से पौधे हरे-भरे रहते हैं। इस पद्धति में पानी भी कम लगता है। पर्यावरण प्रेमी प्रहलाद राठौड़ और संदीप पाटिल ने बताया सिर्फ पौधे रोपना ही हमारा लक्ष्य नहीं है। वर्षभर इनकी सिंचाई और देखरेख कर इन्हें पेड़ भी बनाएंगे। विश्वास पाटिल ओर रमेश राठौड़ ने बताया मटका पद्धति से बिना बिजली और मोटर पंप के पौधों की सिंचाई की जा रही है। इस पद्धति से सभी को पौधों की सिंचाई करना चाहिए।
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