रेप पीड़ित 8वीं की छात्रा और मां बेघर: मकान मालिक ने घर खाली कराया; कहा- पुलिस के झंझट में कौन पड़े

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रतन मिश्रा। मुरैना42 मिनट पहले

31 अक्टूबर 2022। इस तारीख को याद कर मुरैना की 14 साल की लड़की की रूह कांप जाती है। जिसे वह भाई बोलती थी, उसने इसी दिन आबरू लूटी थी। वह चीखती रही। पैरों में गिरकर गिड़गिड़ाती रही। रहम की भीख मांगती रही, फिर भी वह शरीर को नोंचता रहा। मां को आपबीती बताई, तो सड़क पर ही बेसुध हो गई। पुलिस ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। दिलासा देने के बजाए अस्पताल में मां और पीड़िता को खरी-खोटी सुना डाली। 6 दिन बाद भी आरोपी गिरफ्त से बाहर है। अब मकान मालिक ने भी मां-बेटी को घर से निकाल दिया है।

दैनिक भास्कर को लड़की ने आपबीती बताई, पढ़िए…

मेरी उम्र 14 साल है। 8वीं में पढ़ती हूं। मूलत: अंबाह की रहने वाली हूं। मुरैना में मां के साथ किराए से रहती हूं। 31 अक्टूबर को सोमवार का दिन था। दोपहर करीब सवा एक बजे थे। स्कूल से छुट्‌टी हो गई। मैं घर के लिए निकली थी। स्कूल से करीब एक किलोमीटर दूर पहुंची थी, तभी अंबाह में पड़ोस में रहने वाला लड़का मिला। वह यहां 12वीं में पढ़ता है। मैं उसे भइया बोलती हूं। वह स्कूटी पर था। उसने कहा- चलो मैं तुम्हें घर छोड़ देता हूं। मैंने मना किया, लेकिन वह नहीं माना।

जिद करने लगा, तो मैं उसके साथ स्कूटी पर बैठ गई। वह मुझे रामनगर तिराहे पर स्थित होटल हार्ट बीट में लेकर गया। मैंने पूछा- यहां क्यों लाए? कहने लगा- बहुत दिन बाद मिले हैं। तुझे कुछ खिला-पिला दूं। मैं उसके इरादे नहीं भांप सकी। होटल के अंदर गई, तो खुद एक कमरे में चला गया। मुझे भी अंदर आने के लिए बोला। मैंने अंदर जाने से मना कर दिया। इतने में उसने मुझे दबोच लिया और जबरन कमरे में धकेल दिया। अंदर से कुंडी भी लगा दी। छेड़छाड़ करने लगा।

मैंने उसे धक्का देकर दरवाजा खोलना चाहा, लेकिन किसी ने बाहर से लॉक कर दिया था। खुद को बचाने के लिए मैंने उसके पैर पकड़ लिए। मैं उसके सामने रोई, गिड़गिड़ाई। भाई-बहन के रिश्ते का भी हवाला दिया, लेकिन वो नहीं माना। बचने का कोई रास्ता नहीं दिखा, तो चिल्लाने लगी, ताकि बाहर कोई आवाज सुनकर मदद के लिए आए, लेकिन कोई नहीं आया। उसने हाथ से दबाकर मेरा मुंह बंद कर दिया। फिर भी मैं विरोध करती रही। मुझे थप्पड़ भी मारे। इसके बाद मेरे साथ रेप किया। वारदात के बाद वह भाग गया। मैं रोते हुए घर की तरफ भागी।

12वीं के स्टूडेंट ने जिस होटल में छात्रा से रेप किया, उसमें पुलिस को बीयर की कैन भी मिली। आरोपी ने छात्रा को धक्का देकर कमरे में ले गया। वह छोड़ देने की गुहार लगाती रही, लेकिन उसने एक न सुनी। आरोपी ने मुंह दबाकर रेप किया और छोड़कर भाग गया।

12वीं के स्टूडेंट ने जिस होटल में छात्रा से रेप किया, उसमें पुलिस को बीयर की कैन भी मिली। आरोपी ने छात्रा को धक्का देकर कमरे में ले गया। वह छोड़ देने की गुहार लगाती रही, लेकिन उसने एक न सुनी। आरोपी ने मुंह दबाकर रेप किया और छोड़कर भाग गया।

मां ने सुना, तो लड़खड़ाकर सड़क पर गिर गई

दोपहर के 2.30 बजे थे। मैं होटल से निकलकर घर की तरफ जा रही थी। रास्ते में मेरी मां व पड़ोस के अंकल मुझे तलाशते हुए मिल गए। मेरी हालत देख मां ने पूछा- क्या हुआ…? तुम्हारे स्कूल की छुट्‌टी तो एक बजे होती है। कहां थी इतनी देर? मैंने रोते हुए पूरी बात बता दी। यह सुन मां को चक्कर आने लगा। वो लड़खड़ाकर सड़क पर गिर गई। फिर कुछ संभली और स्कूल ड्रेस में ही मुझे लेकर स्टेशन रोड थाने पहुंची। यहां हमारी बात नहीं सुनी गई, तो कोतवाली थाने पहुंचे। वहां भी पुलिस टाल-मटोल करती रही। रात 10 बजे लेडी कॉन्स्टेबल प्रीति तोमर के साथ मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।

कॉन्स्टेबल बोली- बच्चों को रोकते नहीं, दूसरे का जीना हराम करते हो

अस्पताल के लेबर रूम में गई तो मैं डर रही थी। वहां मां को भी बुला लिया। हम मां-बेटी लेबर रूम में बैठी थीं। इतने में प्रीति तोमर के पास कॉल आया, तो वो फोन पर बात करने लगीं। इस दौरान मेरे नाम का पर्चा बन गया। काफी देर तक बैठी रही, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। रात 11 बजे मां ने लेडी कॉन्स्टेबल से बोला कि आप बाद में बात कर लीजिएगा, पहले मेडिकल करा दीजिए। इतना सुनते ही लेडी कॉन्स्टेबल भड़क गई। कहने लगी- हम जरूरी बात कर रहे हैं, आप इंतजार करें। मुझे सब पता है, क्या मामला है। अपने बच्चों को रोकते नहीं और दूसरे का जीना हराम करते हैं। लेडी कॉन्स्टेबल बिना मेडिकल कराए हम दोनों को छोड़कर चली गईं। रात में जैसे-तैसे मेडिकल हो सका। करीब एक घंटे बाद लौटकर मेडिकल कराया।

मकान मालिक ने भी घर से निकाल दिया

पीड़िता की मां ने बताया कि पति से अलग होने के बाद 3 महीने पहले ही मुरैना आए हैं। यहां दोनों मां-बेटी किराए से रहते हैं। वारदात के बाद मकान मालिक ने भी घर से निकाल दिया। उसने यह कहते हुए मकान खाली करवा लिया कि पुलिस के झंझट में नहीं पड़ना चाहते। हमने मजबूरी भी बताई, लेकिन वह तैयार नहीं हुआ। अब दोनों दूसरा ठिकाना तलाश रहे हैं। पुलिस कार्रवाई के नाम पर जांच का हवाला दे रही है। पीड़िता की मां का आरोप है कि दोपहर में ही थाने पहुंच गए थे। दिनभर पुलिस टाल-मटोल करती रही। रात करीब 12 बजे केस दर्ज किया गया। रात में ही मेडिकल कराया गया।

एफआईआर के बाद एसआई शिवानी बैस के नेतृत्व में पुलिस टीम जांच करने होटल पहुंची।पुलिस का कहना है कि घटनास्थल हार्ट बीट होटल का निरीक्षण FSL अधिकारी से भी करवा दिया गया है।

एफआईआर के बाद एसआई शिवानी बैस के नेतृत्व में पुलिस टीम जांच करने होटल पहुंची।पुलिस का कहना है कि घटनास्थल हार्ट बीट होटल का निरीक्षण FSL अधिकारी से भी करवा दिया गया है।

मैंने ही कराया पीड़िता का मेडिकल: प्रीति तोमर

कॉन्स्टेबल प्रीति तोमर ने बताया कि महिला के साथ में मौजूद व्यक्ति को मुझे फोन पर व्यस्त रहने पर आपत्ति थी। मैंने कहा- इंतजार करो, अभी डॉक्टर बिजी हैं, लेकिन वो मान नहीं रहे थे। पीड़िता का अंकल व उसकी मां झगड़ने लगे। कहने लगे कि अगर आपकी बेटी के साथ ऐसा होता, तो कैसा लगता, इसलिए गुस्से में कह दिया कि अपने बच्चों को संभालकर रखना चाहिए। यह सही है कि मैं कोतवाली चली आई थी, लेकिन अस्पताल लौटकर मैंने ही मेडिकल कराया था। धारा 164 के तहत बयान भी करवाए।

नामजद आरोपी की तलाश कर रहे

कोतवाली थाने के प्रभारी टीआई बाल कुमार ने बताया कि एसआई शिवानी बैस को जांच सौंपी है। घटनास्थल हार्ट बीट होटल में बताया गया है, उसका भी निरीक्षण FSL अधिकारी से करवा दिया गया है। इसमें जो तथ्यात्मक प्रमाण पाए जाएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। नामजद आरोपी की तलाश की जा रही है। जहां तक कॉन्स्टेबल प्रीति तोमर का मामला है, उसमें मेरे सामने जो बात आई है कि रात में लड़की का एक्स-रे नहीं हो पाया था। दूसरे दिन एक्स-रे कराने के लिए पर्ची उसकी मां को दी गई थी। बदसलूकी का मामला मेरी जानकारी में नहीं है।

होटल का बोर्ड हटाकर मालिक फरार
जांच अधिकारी शिवानी बैस पुलिस बल के साथ रेस्टोरेंट हार्ट बीट पहुंचीं, तो वहां ताला लगा मिला। रेस्टोरेंट संचालक ने बोर्ड भी उतार लिया था। इसके बाद फरार हो गया।

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