गुना गैंगरेप के सातों आरोपियों की कुंडली: सभी आरोपी गिरफ्तार; जानिए, किसकी क्या रही भूमिका

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गुनाएक घंटा पहलेलेखक: आशीष रघुवंशी

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गुना गैंगरेप केस के सातों आरोपी पुलिस गिरफ्त में हैं। इनमें से तीन नाबालिग हैं। 7वें आरोपी सुमित जैन को शनिवार को ही पुलिस ने गिरफ्तार किया। एक आरोपी पुलिस का निजी ड्राइवर रह चुका है। उस पर पहले भी रेप का आरोप लग चुका है। बाकी 6 आरोपी भी रईस परिवार से हैं। बेटों की इस हरकत से परिजन भी शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं। एक आरोपी के परिजन ने तो खुद अपने हाथों अपना मकान तोड़ा।

पुलिस विवेचना कर जल्द कोर्ट में चालान पेश करने की बात कह रही है, ताकि पीड़िता को जल्द न्याय मिल सके। पीड़िता की हालत अभी तक ठीक नहीं हो पाई है। वह अभी भी जिला अस्पताल में भर्ती है। उसे पूरी तरह ठीक होने में कुछ दिन और लगेंगे।

पहले पूरा मामला जान लेते हैं

घटना चांचौड़ा की है। 28 अक्टूबर को 15 साल की 10वीं की छात्रा के साथ 7 लोगों ने गैंगरेप किया था। बीनागंज में एक मकान में उसे कई घंटे तक रखकर दुष्कर्म किया गया। वह घर से स्कूल के लिए निकली थी। काफी देर तक जब घर नहीं पहुंची, तो परिवारवालों ने तलाश किया। देर शाम बेसुध हालत में कमरे में मिली। उसके पिता की रिपोर्ट पर अपहरण का मामला दर्ज किया गया। बाद में नाबालिग के बयानों के आधार पर गैंगरेप की धाराएं बढ़ाई गई थीं। नाबालिग का इलाज अभी तक जिला अस्पताल में चल रहा है।

सातों आरोपियों की कुंडली…

मुख्य आरोपी लड़की को पहले से जानता था। इसी ने लड़की को नशीला पदार्थ पिलाया। सबसे अधिक समय तक यही उसके साथ रहा। इसी ने दोस्त को कार लेकर बुलाया था। कहा था- लड़की का इलाज कराने के लिए ब्यावरा लेकर चलना है। लड़की को कार में लेकर दो बार ब्यावरा गया (जैसा दूसरे आरोपी ने अपने वीडियो में बताया था)। बाद में जब उस कार वाले ने इसे बीनागंज में मकान पर ड्रॉप कर दिया, तो उसने एक और नाबालिग दोस्त से लड़की के घर फोन लगवाया। लड़की के पिता ने इसे मौके पर ही पकड़ लिया था।

घटना के समय उसी मकान में था, जहां लड़की मिली

तीसरा आरोपी भी बीनागंज में रहकर पढ़ाई कर रहा था। इसका घर भी प्रशासन ने तोड़ दिया। वह भी सम्पन्न परिवार से है। घटना के समय यह भी उसी घर में मौजूद था। इसी बिनाह पर उसे आरोपी बनाया गया है। उसे पुलिस ने घटना के अगले दिन ही गिरफ्तार कर लिया था।

तीसरा आरोपी भी बीनागंज में रहकर पढ़ाई कर रहा था। इसका घर भी प्रशासन ने तोड़ दिया। वह भी सम्पन्न परिवार से है। घटना के समय यह भी उसी घर में मौजूद था। इसी बिनाह पर उसे आरोपी बनाया गया है। उसे पुलिस ने घटना के अगले दिन ही गिरफ्तार कर लिया था।

चौथा आरोपी रामजीवन मीना (23) को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह वही कार वाला है, जिस कार से बच्ची को ब्यावरा ले जाया गया। इसकी ही कार में बच्ची के साथ अश्लील हरकतें हुईं थी। गिरफ्तारी से पहले इसने एक वीडियो भी जारी किया था। उस वीडियो में इसने कहा था कि वह तो केवल मदद करने पहुंचा था।

वायरल वीडियो में उसने कहा- शुक्रवार (घटना वाले दिन) को वह अपनी बुआ को लेने बापचा लहरिया गांव जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में उसके दोस्त का कॉल आया। उसने कहा- मेरी दोस्त की तबीयत खराब है। उसे ब्यावरा ले आया हूं। तू यहां आ जा, यहां उसका इलाज करा लेंगे। तू हमे बीनागंज छोड़ देना गाड़ी से…।

मैं ब्यावरा के लिए निकल गया। वहां जाकर देखा तो लड़की की कंडीशन ज्यादा सीरियस थी। उसकी तबीयत ज्यादा खराब थी। सोचा उसे अस्पताल ले चलें। रास्ते में ही थे, तो दोस्त से बोला कि भाई यहां तो अपनी कोई पहचान नहीं है। यहां तो फालतू ऐसे केस में कोई झेल नहीं पाएगा। वापस बीनागंज आकर मैंने दोस्त को कहा कि इसे (लड़की) उतार ले कहीं भी, मुझे नहीं है मतलब, बस मेरी गाड़ी में से उतार ले।

दोस्त ने कहा कि तू हमे चांचौड़ा रोड पर छोड़ दे। वहां कमरे पर हम उतार लेंगे। मैंने उनको वहां छोड़ दिया। एक लड़का और था, जिसका मैं नाम नहीं जानता। इसके बाद मैं गाड़ी लेकर घर निकल आया। मेरा इस केस से कोई लेना-देना नहीं है। मैं इसमे बिल्कुल दोषी नहीं हूं। मैंने बस उसकी मदद की। अगर मुझे ऐसा पता होता तो मैं बिल्कुल नहीं जाता।

पांचवां आरोपी अभिषेक मीना बनाया गया है। यह वही है, जिसके रूम पर पूरी घटना हुई। इसी ने बीनागंज में कमरा किराए से लिया हुआ था। इसका कहना था कि नाबालिग (मुख्य आरोपी) को अपने कमरे की चाबी इसने ही दी थी। इसके बाद वहां कैसे लड़की पहुंची, इसे नहीं पता। गिरफ्तारी से पहले इसने भी एक वीडियो जारी किया था।

वीडियो में उसने कहा- मुझे पता चला है कि चांचौड़ा की घटना में पुलिस ने मेरे परिवार से पूछताछ की। इसमें मेरा भी नाम आ रहा है। मेरा इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। मैं उस मकान में किराए से रहता था। मैं कैफे पर बैठा था, जहां दोस्त (मुख्य आरोपी) की गाड़ी मुझसे खराब हो गई थी। इसलिए उसकी गाड़ी को अपने मकान में रख लिया था।

उसने मुझसे रूम की चाबी मांगी तो मुझे लगा कि वो गाड़ी ले जाएगा, तो मैंने चाबी दे दी। फिर मुझे नहीं पता कि वो रूम पर कब लड़की ले गया। मैं मकान पर पहुंचा, तो लड़की वहीं रूम पर सो रही थी, तो मैंने उससे पूछा कि ये क्या है। लड़की मर जाएगी, उसकी हालत देखो। इसे यहां से ले जाओ, मैं कुछ नहीं जानता। उसने बोला भाई बस 2 मिनट, 2 मिनट, ले जा रहे हैं। फिर मैं वहां से चला गया।

छठवां आरोपी आर्मी/पुलिस की तैयारी कर रहा है। इसके ही चचेरे भाई (अभिषेक) का वह रूम था। इसे पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। इसने भी गिरफ्तारी से पहले अपना वीडियो वायरल किया था। इसमें इसने कहा था- मैं सुमित मीना, हिंगोना से। मेरा कसूर नहीं है। मुझे फंसाया गया है। बस मेरा बैग रखा था उस मकान में, इसमें मेरे डॉक्यूमेंट थे। इस वजह से मुझे फंसाया गया है। मुझे कुछ भी पता नहीं है। मेरे घरवालों को परेशान मत करो और मेरा घर मत तोड़ो। जब तक लड़की मुझे नहीं पहचाने और मेरा नाम नहीं ले, तब तक मेरा घर मत तोड़ो, नहीं तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। वीडियो वायरल होने के तीन दिन बाद यह पुलिस गिरफ्त में आया।

सातवां आरोपी पुलिस का निजी ड्राइवर संजय माली है। सबसे ज्यादा कंट्रोवर्सी इसी आरोपी को लेकर हुई। बताया गया कि यह पुलिस का निजी ड्राइवर था। इस पर पहले से रेप का एक आरोप था। इसके बाद भी इसे पुलिस ने ड्राइवर बना लिया। यह भी घटना के समय उस मकान में मौजूद था।

तत्कालीन थाना प्रभारी और एक आरक्षक को SP ने निलंबित किया है। आदेश में SP पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि संजय माली के खिलाफ पहले से आरोप होने के बाद भी पुलिस ने उसे ड्राइवर रख लिया। उसकी जानकारी नहीं ली। इस आरोपी का घर गिराने के लिए भी प्रशासन को मशक्कत करनी पड़ी। वहां तक जेसीबी नहीं पहुंच पाई, तो हथौड़े से इसका घर तोड़ा गया।

अब तक तीन VIDEO आ चुके हैं सामने

गैंगरेप मामले में अभी तक तीन VIDEO सामने आ चुके हैं। दो वीडियो में आरोपी खुद को बेकसूर बताते हुए घर को न तोड़ने की बात कह रहे हैं। तीसरे VIDEO में कार के अंदर आरोपी नाबालिग के साथ गंदी हरकत करते दिख रहे हैं। इस दौरान एक नाबालिग आरोपी VIDEO बना रहा है। इसमें मुख्य आरोपी नाबालिग है, जिसका घटना वाले दिन पटाखे से जलने और बीनागंज के स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज होना बताया जा रहा है।

सोमवार को भी आरोपियों के घर गिराने की कार्रवाई हुई। एक आरोपी पहले भी रेप केस में फंस चुका है। इसके मकान तक जेसीबी नहीं पहुंची तो मजदूर लगाकर घर तोड़ा गया।

सोमवार को भी आरोपियों के घर गिराने की कार्रवाई हुई। एक आरोपी पहले भी रेप केस में फंस चुका है। इसके मकान तक जेसीबी नहीं पहुंची तो मजदूर लगाकर घर तोड़ा गया।

गैंगरेप के आरोपी का पिता बोला-शर्मिंदा हूं

गैंगरेप में एक आरोपी के पिता ने अपने घर पर खुद बुलडोजर चलवा दिया। इस दौरान आरोपी का पिता बोला- बेटे की करतूत से वह शर्मिंदा हैं। इसके अलावा अन्य आरोपियों के परिवार वाले भी इस घटना को लेकर शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं। वह भी उक्त घटना को लेकर नाराज हैं।

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने की मुलाकात

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पीड़ित बच्ची और उसके परिवार वालों से मिलने जिला अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने घटना पर दुख जताते हुए कड़ी कार्रवाई की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ है। उन्होंने मदद का आश्वासन दिया। इसके पहले पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी पीड़िता के परिवार वालों से मुलाकात की। गुरुवार को अस्पताल पहुंचे पंचायत मंत्री ने कुछ पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की बात कही थी। इसके बाद तत्कालीन थाना प्रभारी रवि गुप्ता और एक आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया।

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छात्राएं बोलीं- लड़के गलत करते हैं, भुगतते हम हैं

‘लड़के गलत काम करते हैं, भुगतना हमें पड़ता है। मम्मी कह रही है कि अकेले घर से बाहर मत जाना। क्या अब स्कूल-कोचिंग जाना भी छोड़ दें’ -ये गुस्सा है गुना की छात्राओं का। हालांकि प्रशासन ने गैंगरेप के आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलवा दिया है। लेकिन छात्राओं की एक ही मांग है- लड़कों का गुंडाराज खत्म हो। पूरी खबर पढ़िए

पिता की आपबीती…

बेटी पढ़ने में होशियार है। कुछ बन जाए, इसीलिए उसे अच्छे स्कूल में पढ़ा रहे हैं। जब मकान पर पहुंचा तो मैंने 2 लड़कों को वहां खड़े देखा। दोनों को पकड़ लिया। इनमें से एक लड़का फोन लगाने वाला था। उन्हें चांटे मारे, तब उन्होंने पूरी बात बताई। इतने में ही पुलिस आ गई। हमें ही पता है कि हम पर क्या गुजर रही है। दिमाग काम नहीं कर रहा। जिस स्थिति में बच्ची मिली, उसके बाद तो परिवार की हालत और खराब हो गई। इस तरह की घटना हुई है हमारे साथ, ये तो हमारा दिल ही जानता है। हम तो न जीने के रहे और न मरने के। अगर आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो हम अपना शरीर त्याग देंगे। हमारे जीवन में कुछ नहीं बचा अब। हमारी आत्मा अंदर से मर चुकी है। पढ़िए पूरी खबर

15 साल की छात्रा से गैंगरेप: 6 गिरफ्तार, 7 पर केस

गुना में स्कूल के लिए निकली छात्रा एक मकान के पीछे बेहोश मिली। घटना से नाराज लोगों ने शनिवार को पुलिस के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए और चक्काजाम कर दिया।

गुना में स्कूल के लिए निकली छात्रा एक मकान के पीछे बेहोश मिली। घटना से नाराज लोगों ने शनिवार को पुलिस के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए और चक्काजाम कर दिया।

गुना में 15 साल की छात्रा से गैंगरेप हुआ। खुद लड़की ने अपने बयान में ये बात बताई। चांचौड़ा के प्रभारी SDM वीरेंद्र सिंह ने बच्ची के इस बयान की पुष्टि की है। अभी तक 7 आरोपियों की जानकारी सामने आई है। 5 नामजद और दो अज्ञात हैं। 6 को अरेस्ट कर लिया गया है। सभी आरोपी संपन्न परिवार से हैं। पकड़े गए आरोपियों को बिल्डिंग परमिशन के नोटिस दिए गए हैं। 24 घंटे में जवाब देने के लिए कहा गया है। गैर कानूनी कंस्ट्रक्शन पाए जाने पर ढहाया जाएगा। पूरी खबर पढ़िए…

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