अब विस स्पीकर के निशाने पर IAS अशोक शाह: गिरीश गौतम बोले- कहीं वे पश्चिमी देशों से लौटकर तो नहीं आए

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भोपाल6 मिनट पहले

दो नवंबर को लाडली लक्ष्मी योजना के सेकंड फेज की लॉन्चिंग पर महिला बाल विकास विभाग के ACS अशोक शाह द्वारा स्तनपान को लेकर दिए गए बयान पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के बाद अब मप्र के विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने अशोक शाह पर हमला बोला है। विधानसभा में 2021 बैच के ट्रेनी आईएएस से मुलाकात के बाद गिरीश गौतम ने कहा- कहीं वे हाल में अमेरिका या पश्चिमी देशों से लौटकर तो नहीं आए। उन्हें भारत की संस्कृति को समझना पड़ेगा। परंपराओं और संस्कारों के मेल को हम संस्कृति कहते हैं। हम वसुधैव कुटुम्बम और अतिथि देवो भव: वाले हैं। अधिकारियों को इसका ध्यान रखना चाहिए। गिरीश गौतम ने कहा- वे शायद वे पश्चिमी देशों से लौटे हों वहां की माताएं अपने बच्चों को दूध नहीं पिलातीं, लेकिन उनकी संस्कृति अलग है। हमारे भारत की संस्कृति अलग है।

इन प्रशिक्षु आईएएस अफसरों ने की मुलाकात

आरसीपीवी नरोन्हा प्रशासन अकादमी की संचालक सोनाली वायंगणकर के साथ विधानसभा अध्यक्ष से आठ प्रशिक्षु आईएएस अफसरों ने मुलाकात की। इनमें सृजन वर्मा (सहायक कलेक्टर नीमच), अरविंद कुमार शाह (सहायक कलेक्टर शिवपुरी), शिवम प्रजापति (सहायक कलेक्टर धार), अर्चना कुमारी (सहायक कलेक्टर विदिशा), दिव्यांशु चौधरी (सहायक कलेक्टर बैतूल), अर्थ जैन (सहायक कलेक्टर मंड़ला), टी प्रतीक राव (सहायक कलेक्टर देवास), वैशाली जैन (सहायक कलेक्टर छिंदवाड़ा) ने विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर विधायिका की कार्यप्रणाली को समझा।

विधानसभा परिसर में आठ प्रशिक्षु आईएएस अफसरों ने विस अध्यक्ष से मुलाकात की।

विधानसभा परिसर में आठ प्रशिक्षु आईएएस अफसरों ने विस अध्यक्ष से मुलाकात की।

विधानसभा के विशेष सत्र में आएंगी राष्ट्रपति
विधानसभा के स्पीकर गिरीश गौतम ने बताया हमने विधानसभा के विशेष सत्र के लिए राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को आमंत्रण दिया है। उनके आने की सैद्धांतिक सहमति भी मिल गई है। हालांकि उनके आने की तारीख तय नहीं हुई है। आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर राष्ट्रपति का उद्बोधन करने के लिए बुलाया है।

मार्च तक शुरु होगी ई-विधानसभा
गिरीश गौतम ने कहा हमने ई-विधानसभा यानि पेपरलेस विधानसभा शुरु करने के लिए दूसरे राज्यों की विधानसभाओं का निरीक्षण किया है। कई विधानसभाओं ने इसे लागू कर दिया है केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र ने इसे शुरु कर दिया। इन विधानसभाओं को देखकर आए हैं। वहां की कार्यप्रणाली को देखने के बाद प्रतिवेदन तैयार किया है। मुख्यमंत्री जी से मुलाकात कर बजट आवंटन की मांग करेंगे। ताकि अगले साल मार्च तक ई-विधानसभा को कुछ हद तक लागू कर दिया जाए। जैसा प्रधानमंत्री जी और केन्द्र सरकार की इच्छा है कि डिजिटलाइजेशन हो हम उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

विंध्य राज्य की मांग पर बोले- एकीकृत विचार के बिना ये संभव नहीं
गिरीश गौतम ने कहा जो लोग विन्ध्य प्रदेश की मांग कर रहे हैं वो गलत कर रहे हैं। विन्ध्य तो पहले से राज्य था। 1 नवंबर 1956 को विंध्य प्रदेश का मर्जर कर मप्र राज्य बना। आज दूसरा संकट है कि पहले विन्ध्य प्रदेश दतिया तक था। क्या बुंदेलखंड के लोग विंध्य प्रदेश में शामिल होने के लिए तैयार हैं?

अमरकंटक के लोग बिलासपुर में शामिल होने की मांग करते हैं। कटनी के लोग महाकौशल की मांग करते हैं। ऐसे कई पेंच फंसे हैं जब तक एकीकृत विचार नहीं आएगा तब तक विंध्य प्रदेश के मामले पर आगे नहीं बढ़ पाएंगे।

मंत्रियों के विवादित बयानों पर बोले- हर व्यक्ति को मर्यादा का पालन करना चाहिए। जो जितने उच्च पद पर बैठा हो उसे उतने ही जिम्मेदारी का निर्वहन करने की जरूरत होती है। जो निर्णायक समितियों में है जो निर्णय कर सकते हैं उन्हें ऐसी बयानबाजी से बचना चाहिए।

कांग्रेस नेता ने अशोक शाह को पत्र लिखकर तंज माफी की मांग की है।

कांग्रेस नेता ने अशोक शाह को पत्र लिखकर तंज माफी की मांग की है।

कांग्रेस ने लिखा पत्र- याद दिलाया मां का दूध

कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने अशोक शाह को पत्र लिखकर माफी मांगने की मांग की है। संगीता शर्मा ने अशोक शाह को लिखे पत्र में लिखा – आपसे कुछ सवाल पूछना चाहती हूं। कृपया सवालों के जबाब दे। स्पष्ट करें कि जिस डेटा का जिक्र आपने लाडली लक्ष्मी योजना 0.2 रविन्द्र भवन भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में किया है। इस डेटा का क्या आधार है। क्या लड़कियां लड़कों की अपेक्षा पीछे रह जाती है?

क्या लड़कियों का लड़कों के मुकाबले मस्तिष्क का विकास कम होता है? 3. क्या कोई आंकड़ा है कि बेटा और बेटी में दूध पिलाने का अलग-अलग प्रतिशत कितना है ? क्यों माँ बेटी को दूध पिलाना भूल जाती है। इसका कोई रिसर्च है? भूलने का डेटा कहां से आया? क्यों मां बेटों को सारा दूध पिला देती है, इसका कोई आधार है? यदि 6 महीने तक बची हुई 85 % बेटियों को दूध ही नहीं मिला तो जीवित कैसे रही? क्या इसका कोई रिसर्च है? ऐसे में क्यों आपने देश की सभी मां के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला बयान देकर अपमानित किया? “मां जो अपने बच्चों को बराबरी का स्नेह, प्रेम, दुलार और आशीर्वाद देती है।

“मां शब्द को ईश्वर से भी ऊपर माना गया है”

मुझे विश्वास है कि आपको जन्म देने वाली महान मां ने भी भाई-बहन में स्तनपान कराते समय भेदभाव नहीं बरता होगा। आपके बयान से आपकी महान मां के साथ-साथ देश भर की माताओं का भी अपमान हुआ है। ऐसे लज्जाजनक बयान के लिए आपको सार्वजनिक रूप से अपनी मां और देश की सभी माताओं से सर झुकाकर क्षमा मांगनी चाहिए।

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