ओंकारेश्वर में फिर नाव पलटी: गुजरात के मां-बेटे की डूबने से मौत, तीर्थ नगरी में अवैध नाव संचालन पर नहीं लग रही रोक

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ओंकारेश्वर5 घंटे पहले
तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में पिछले कई दिनों से अवैध नावों के संचालन को लेकर प्रशासन द्वारा बार-बार इसे कड़े रूप से बंद करने की चेतावनी दी गई थी। लेकिन नेताओं के हस्तक्षेप से अवैध नावों के संचालन पर रोक नहीं लग पाई है। इसका खामियाजा गुजरात से आए यात्रियों के एक ग्रुप को उठाना पड़ा। ग्रुप में शामिल मां-बेटे को अपनी जिंदगी देकर चुकानी पड़ी।
सूरत के उधना से आए 15 से अधिक यात्री तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर आए थे। यहां नाव से नर्मदा परिक्रमा कर रहे थे। तभीं ओंकारेश्वर बांध के सामने अचानक नाव डूब गई और उसमें बैठे लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई। वहीं कई लोग अपने प्रयास से ही नर्मदा के किनारे पर आए। लेकिन इस भागम भाग में इनके साथ आई एक महिला दर्शना बेन 31 साल और उनका बेटा नकक्ष 6 साल की डूबने से मौत हो गई। वहीं महिला का शव निकाल लिया गया है। जबकि बच्चे की तलाश की जा रही है।


प्रशासन मौके पर, नाव चालक फरार
घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम चंद्रसिंह सोलंकी, एसडीओपी राकेश पेंड्रा, टीआई बलराम सिंह राठौर सीएमओ मोनिका पारधी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। घटना के संबंध में बताया गया कि जिस नाम से घटना हुई। वह अवैध नाव थी। नाव विजय पिता गंगाराम की बताई गई है। घटना के बाद से नाव चालक फरार है।
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