झूठे बर्तन धोने से बना रहता है सेवा का भाव…: इसलिए अब डिस्पोजेबल हटाकर स्टील की 15 हजार थालियों में परोसेंगे प्रसाद

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- Therefore, Now By Removing The Disposable, Prasad Will Be Served In 15 Thousand Steel Plates.
भोपालएक घंटा पहलेलेखक: राजेश चंचल
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गुरुद्वारा माता साहिब कौर में सजावट की गई है। यहां माता साहिब कौर के प्रकाश पर्व पर आयोजन होगा।
सेवा, समर्पण और त्याग सिख समाज की पहचान है। तीज त्योहारों के साथ ही समय-समय पर सिख समाज के लोग आगे रहकर लोगों की मदद से लेकर उनके लिए लंगर की व्यवस्था भी करते हैं। खास बात यह है कि लंगर चखने वालों को भोजन परोसने से लेकर उनके बर्तन तक भी सेवादार खुद धोते रहे हैं।
हालांकि पिछले 5 साल से प्लाटिक और डिस्पोजेबल बर्तनों के अधिक प्रयोग के कारण लोगों में यह सेवा कर्म कम होता जा रहा है। वहीं पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। इसे देखते हुए हमीदिया रोड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने स्टील की 15 हजार थालियों का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है।
गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष परमवीर सिंह वजीर ने बताया कि लंगर एक सेवाकर्म है, लेकिन डिस्पोजेबल क्रॉकरी के कारण लोगों में सेवा का यह भाव कम हाेता जा रहा है, वहीं पयार्वरण को भी इससे खतरा रहता है। इसे देखते हुए अब स्टील की थाली में लंगर परोसने का फैसला किया है। इसकी शुरुआत 8 नवंबर को गुरुनानक देव के प्रकाश पर्व सेे होगी, इस दिन 15 हजार लोग लंगर चखेंगे। इसके लिए दानदाताओं की मदद ली जाएगी और दान में मिली राशि से थालियां खरीदी जाएंगी।
चल समारोह भी निकलेंगे… 9 घंटे में 10 किमी तक यात्रा करेंगे
प्रकाश पर्व से पहले 4 नवंबर को ईदगाह टेकरी से सुबह 5 बजे चल समारोह निकलेगा जो हमीदिया रोड गुरुद्वारा पहुंचेगा। जबकि 5 नवंबर को शाहजहांनाबाद रेजीमेंट रोड से दोपहर एक बजे चल समारोह शुरू होगा, जो भोपाल टाॅकीज, सेफिया काॅलेज रोड, सोमवारा, मोती मस्जिद, घोड़ा नक्कास, बस स्टैंड चौराहा होते हुए रात 10 बजे नानकसर गुरुद्वारा हमीदिया रोड पहुंचेगा। चल समारोह में पुरुष सफेद वस्त्र और केसरिया पकड़ी धारण करेंगे, जबकि महिलाएं सफेद सलवार सूट और केसरिया रंग का दुपट्टा पहनेंगी।
बच्चे करेंगे गतका का साहसिक प्रदर्शन
चल समारोह में कीर्तन मंडलियां बैंड और बच्चों का गतका दल भी शामिल रहेगा। गतका दल में स्थानीय स्कूलों में पढ़ने वाले 16 साल तक के बच्चे शामिल रहेंगे। इसके लिए इन बच्चों को गतका चलाने और तलवारबाजी का प्रशिक्षण दिया गया था।
शबद कीर्तन होंगे, दीवान सजेगा…
6 नवंबर सुबह 7 बजे से गुरुद्वारा हमीदिया रोड में अखंड पाठ होगा। 7 नवंबर की शाम 7.30 से रात 9.30 तक गुरुद्वारा में कथा-कीर्तन होगा। 8 नवंबर को सुबह 7 बजे अखंड पाठ का समापन होगा। इसके बाद जम्मू से आए जगतार सिंह सुबह 10 से दोपहर 2.30 तक शबद कीर्तन करेंगे। रात 8 से 12.15 तक कीर्तन दरबार और दीवान सजेगा।
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