गुजरात हादसे से सबक, मेयर ने लिखा लेटर: सैर सपाटा स्टे ब्रिज-लक्ष्मण झूले के फिटनेट सर्टिफिकेट लेने की मांग; इंजीनियर करें जांच

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भोपाल31 मिनट पहले
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गुजरात के मोरबी में केबल ब्रिज टूटने से कई जानें चली गईं। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी स्टे ब्रिज बने हैं। ऐसे में उनके फिटनेस को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। लिहाजा, नगर निगम की मेयर मालती राय ने संबंधित एजेंसियों को लेटर लिखे हैं। सैर सपाटा स्टे ब्रिज और लक्ष्मण झूले की इंजीनियरों से जांच कराने के बाद फिटनेस सर्टिफिकेट लेने की मांग की गई है।
भोपाल में भोज सेतु, सैर सपाटा, आर्च स्टे ब्रिज बने हैं। भोज सेतु और सैर सपाटा फिलहाल बेहतर स्थिति में है, लेकिन सैर सपाटा स्टे ब्रिज और लक्ष्मण झूला काफी पुराने हो चुके हैं। महापौर राय ने सैर सपाटा ब्रिज के संबंध में मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष को लेटर लिखा है। जिसमें बताया गया है कि मोरबी गुजरात में केबल स्टे ब्रिज के टूटने के कारण हुई जनहानि की दुखद घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए आवश्यक है कि हम भी सचेत हो जाए। महापौर ने कहा कि बडे़ तालाब पर प्रेमपुरा घाट स्थित केबल स्टे ब्रिज मध्यप्रदेश पर्यटन विकास के स्वामित्व का है और सैर सपाटा पर्यटन स्थल पर आवागमन पर इसका ही उपयोग होता है। उक्त ब्रिज काफी पुराना है। इसलिए इसकी भार क्षमता एवं इसकी गुणवत्ता की जांच कराई जाना आवश्यक है।
लक्ष्मण झूले की जांच भी हो
महापौर राय ने भेल क्षेत्र में जवाहर लल नेहरू बाल उद्यान में बच्चों के लिए लगाए गए लक्ष्मण झूले की भार क्षमता एवं इसकी गुणवत्ता की जांच कराने हेतु भेल के कार्यपालक निदेशक को पत्र लिखा है। कहा है कि भेल प्रबंधन द्वारा संचालित एवं संधारित भेल क्षेत्र के जवाहर लाल नेहरू चिल्ड्रन पार्क के लक्ष्मण झूले पर बड़ी संख्या में बच्चे आते हैं और विभिन्न स्कूलों द्वारा भी इस पार्क में विद्यार्थियों की विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है। बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत आवश्यक है कि लक्ष्मण झूले की भार क्षमता एवं गुणवत्ता की जांच कराई जाए। ताकि मोरबी में हुई केबल स्टे ब्रिज टूटने की घटना जैसी दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
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