12वीं और 8वीं के छात्र है: जहर खाने से हरदा और खातेगांव के दाे नाबालिग छात्राें की माैत, कारण अज्ञात

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हरदाएक घंटा पहले

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विशाल सिसौदिया। - Dainik Bhaskar

विशाल सिसौदिया।

आत्महत्या के मामले यकायक बढ़ने लगे हैं। कई कारणाें के चलते नई पीढ़ी आत्महत्या के तरफ बढ़ रही है। ऐसे ही सुसाइड के दाे मामले शनिवार रात सामने आए। दाे छात्राें ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। दाेनाें काे शहर के एक निजी अस्पताल में परिजनाें ने भर्ती कराया। लेकिन इलाज के दाैरान दाेनाें ही छात्राें की माैत हाे गई।इसमें एक मामला हरदा का है, दूसरा खातेगांव का। शहर के गुर्जर बाेर्डिंग क्षेत्र में परिजनाें के साथ रहने वाले विशाल ने जहर खा लिया। विशाल तक्षशिला एकेडमी में 12वीं का छात्र था। काॅमर्स विषय ले रखा था। निजी अस्पताल में शनिवार काे भर्ती कराया। रात करीब 3 बजे विशाल ने दम तोड़ दिया।

रविवार सुबह पीएम के बाद परिजन मृतक काे अपने गांव नांदरा ले गए। मृतक विशाल पिता अशोक सिसाैदिया 16 साल का था। विशाल की माैत का कारण पता नहीं चला है। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार मृतक के पिता अशोक सिसाैदिया ने बताया सुबह से शाम तक खाना नहीं खाया। हमने कारण जानना चाहा ताे उसने खेत में जाकर खाना खाने काे कहा। बेटे का हावभाव देखकर एेसा कुछ नहीं लगा कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगा। वह दिनभर सामान्य था। सुबह लगभग 10 बजे अपने चाचा के साथ अनाज बेचने गया था।

सुबह से शाम तक उसने किसी को कुछ नही बताया। सबकुछ सामान्य था। इसलिए हमने भी इतना ध्यान नहीं दिया। विशाल हमारे साथ खेत पर बने टप्पर पर सोने साथ गया था। कुछ बेचैनी हाेने पर मां को उठाकर बताया मैंने कोई जहरीली दवा पी ली है।

मुझे उल्टी आ रही है। यह बात सुनकर तुरंत निजी अस्पताल लेकर आए। इलाज के दाैरान बेटे की माैत हाे गई। अभी तक हमें कारण पता नहीं चला है कि जहर क्याें खाया था। तक्षशिला एकेडमी प्रिसिंपल मनाेज श्रीवास्तव ने बताया विशाल शांत, हाेनहार और खुश रहने वाला बच्चा था। स्कूल में 6वीं क्लास से अभी तक यहीं पढ़ रहा था। परीक्षा परिणाम भी अच्छा रहता था। हर बार प्रथम अाता था। मैं भराेसा नहीं कर पा रहा हूं, हैरान हूं कि आखिर विशाल ने एेसा कदम कैसे उठाया।

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फ्री फायर गेम खेलता रहता था

कुस्मित के पिता रामनिवास कुशवाह ने बताया उनका बेटा सुबह से शाम तक एवं कई बार देर रात तक मोबाइल चलाया करता था। परिजनों से बातें भी कम करता था। अधिकांश समय गुमसुम रहता था। वह परिजनों को यूट्यूबर बनकर रुपया कमाने की बात किया करता था।

उन्होंने बताया वह फ्री फायर गेम खेलता रहता था। शनिवार शाम को भी उसने किसी से कोई बात नहीं की। गांव में रहने वाले एक दोस्त को फोन कर बताया कि उसने कोई जहरीली दवा खा ली है। इसके बाद उसे तत्काल उपचार के लिए हरदा लेकर आए। परिजनों के मुताबिक कुस्मित ने अपने दोस्त को यह कहा कि उसके मरने के बाद उसके चैनल को चलाना। घटना के बाद पूरा परिवार सदमे में है।

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